NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / दुनिया की खबरें / ज्यादा तापमान और उमस में कम हो सकती है कोरोना वायरस के संक्रमण की गति- शोध
    अगली खबर
    ज्यादा तापमान और उमस में कम हो सकती है कोरोना वायरस के संक्रमण की गति- शोध

    ज्यादा तापमान और उमस में कम हो सकती है कोरोना वायरस के संक्रमण की गति- शोध

    लेखन प्रमोद कुमार
    Mar 26, 2020
    11:12 am

    क्या है खबर?

    गरम और उमस भरा मौसम कोरोना वायरस (COVID-19) के संक्रमण को कम कर सकता है।

    एक स्टडी में कहा गया है कि एशियाई देशों में मानसून आने की स्थिति में इस खतरनाक वायरस का संक्रमण कम हो सकता है, जिसने भारत में 10 से ज्यादा और दुनियाभर में 20,000 से ज्यादा लोगों को मौत की नींद सुला दिया है।

    जानकारी के लिए बता दें कि यह वायरस दुनिया के 190 देशों तक फैल चुका है।

    आइये, पूरी खबर जानते हैं।

    शोध

    अमेरिका स्थित MIT में किया गया शोध

    दुनियाभर में 22 मार्च तक संक्रमण का आंकड़ों का विश्लेषण कर मैसाचुसैट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के दो शोधकर्ताओं ने बताया कि इस महामारी के मामलों का तापमान और उमस से सीधा संबंध हैं।

    शोध में पता चला कि 90 प्रतिशत मामले उन देशों में सामने आए हैं जहां तापमान 3 से 17 डिग्री सेल्सियस के बीच था और अब्सल्यूट ह्यूमिडिटी 4 और 9g/m3 के बीच थी।

    अब्सल्यूट ह्यूमिडिटी प्रति वर्ग मीटर क्षेत्र में जल वाष्प की माप होता है।

    कोरोना वायरस

    शोध में क्या कहा गया है?

    इन शोधकर्ताओं में से एक युसुफ जमील ले बताया कि तापमान, उमस और संक्रमण का संबंध लगातार बढ़ता जा रहा है। तापमान और वायरस के संक्रमण का संबंध कमजोर दिख रहा है क्योंकि ब्राजील, भारत और मलेशिया जैसे देशों से भी मामले सामने आ रहे हैं।

    उन्होंने कहा कि अब्सल्यूट ह्यूमिडिटी एक महत्वूर्ण कारक हो सकती है, लेकिन इसे प्रयोगशाला में मापने के बाद ही इसके बारे में कुछ कहा जा सकता है।

    शोध

    पहले के शोध में क्या कहा गया था?

    COVID-19 बीमारी Sars-CoV-2 नामक वायरस से होती है। यह 2003 में फैले SARS-Cov से जुड़ा है। SARS-Cov अधिक तापमान पर जीवित नहीं रह पाया था।

    इससे पहले किए गए दो शोध में पता चला था कि कोरोना वायरस के संक्रमण पर मौसम का असर पड़ता है और यह ठंड और सूखे मौसम में तेजी से फैलता है।

    ये शोध चीन और स्पेन, पुर्तगाल और फिनलैंड के शोधकर्ताओं ने किए थे।

    कोरोना वायरस का संक्रण

    केवल तापमान में बढ़ोतरी काफी नहीं- शोध

    इससे हटकर MIT का शोध यह कहता है कि अकेले तापमान से कोरोना के संक्रमण को नहीं रोका जा सकता। इसके लिए उमस भी एक महत्वपूर्ण कारक है।

    उमस के महत्वपूर्ण होने के कारण अमेरिका और यूरोप में मौसम की वजह से इस वायरस को रोक पाना मुश्किल नजर आ रहा है क्योंकि यहां तापमान तो बढ़ेगा लेकिन मौसम सूखा रहेगा।

    अगले कुछ महीनों तक यही हाल भारत का रहने वाला है।

    शोध

    गरम देशों में सामने आए कम मामले

    शोध में कहा गया है, 'हम मानते हैं कि पिछले सप्ताह 18 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान वाले इलाकों में सामने आए 10,000 मामले ट्रांसमिशन की वजह से नहीं आए हैं। अभी तक के मौजूद आंकड़ों के अनुमान के आधार पर कह सकते हैं कि उष्णकटिबंधीय देशों में कम मामले सामने आने की वजह गरम और उमस भरा मौसम रहा है, जिसके कारण वायरस के संक्रमण की गति कम हो जाती है। बाकी वायरस में भी ऐसा देखा गया है।"

    कोरोना वायरस

    भारत के बारे में क्या कहता है शोध?

    भारत के बारे में पूछे जाने पर जमील ने कहा कि ऐसी संभावना है कि मानसून आने के बाद वायरस का संक्रमण कम हो सकता है, लेकिन सरकारों को ऐसी संभावनाओं पर नहीं टिकना चाहिए। सरकार को यह मानकर कदम उठाने चाहिए कि आने वाले दिनों में इस महामारी के संक्रमण के मामले कम होने वाले नहीं हैं।

    बता दें, भारत में 500 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और 10 से ज्यादा की मौत हो चुकी है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत की खबरें
    यूरोप
    कोरोना वायरस

    ताज़ा खबरें

    IPL 2025: PBKS ने क्वालीफायर-2 को जीतकर फाइनल में किया प्रवेश, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025
    IPL 2025 में खत्म हुआ मुंबई इंडियंस का सफर, आंकड़ों से जानिए कैसा रहा प्रदर्शन इंडियन प्रीमियर लीग
    IPL 2025: PBKS ने क्वालीफायर-2 में MI को हराया, दूसरी बार फाइनल में किया प्रवेश  IPL 2025
    नॉर्वे शतरंज 2025: डी गुकेश ने मैग्नस कार्लसन अपने करियर में पहली बार दी मात शतरंज

    भारत की खबरें

    कोरोना वायरस: 72 लाख लोगों को मुफ्त राशन देगी केजरीवाल सरकार, विधवा पेंशन भी बढ़ाई दिल्ली
    कोरोना वायरस: देशभर में जनता कर्फ्यू जारी, राजस्थान में लॉकडाउन का ऐलान राजस्थान
    बंगाल: कोरोना वायरस के कारण छोड़ना पड़ा केरल, घर आते ही लॉटरी से लखपति बना शख्स पश्चिम बंगाल
    एक दिन के जनता कर्फ्यू से नहीं टूटेगा कोरोना वायरस के प्रसार का क्रम- चिकित्सा विशेषज्ञ नरेंद्र मोदी

    यूरोप

    ब्रिटिश संसद में ब्रेक्जिट पर प्रधानमंत्री थेरेसा मे का प्रस्ताव खारिज, गिर सकती है सरकार थेरेसा मे
    ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे की कुर्सी बची, सरकार के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव गिरा थेरेसा मे
    दुनियाभर में 82 करोड़ से ज्यादा लोग भुखमरी से प्रभावित, तीन सालों से बढ़ रही संख्या अफ्रीका
    हनीमून की योजना बना रहे हैं, तो जाएँ यूरोप की पाँच सबसे रोमांटिक जगहों पर पेरिस

    कोरोना वायरस

    IPL 2020: कोरोना के प्रकोप के बीच रद्द होने की कगार पर है टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग
    कोरोना वायरस: मुश्किल की इस घड़ी में ऐसे बढ़-चढ़कर मदद कर रहा है भारतीय कारोबारी जगत भारत की खबरें
    कोरोना वायरस: लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने पर असम में दो दूल्हे गिरफ्तार असम
    कोरोना वायरस के बीच मयांग चैंग को झेलनी पड़ी लोगों की बेहूदगी, शेयर किया दुख बॉलीवुड समाचार
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025