श्रीलंका: शुक्रवार शाम फिर हुए बम धमाके, सुरक्षाबलों ने ढेर किए IS के चार संदिग्ध
श्रीलंका में हुए बम धमाकों के बाद सुरक्षाबल अलग-अलग भागों में छापेमारी कर रहे हैं। शुक्रवार रात एक छापेमारी अभियान में सुरक्षाबलों ने संदिग्ध इस्लामिक स्टेट (IS) के चार हमलावरों को मार गिराया। गोलीबारी की इस घटना में एक नागरिक की भी मौत हुई है। अधिकारियों ने बताया कि एक दूसरे अभियान में 15 लोगों के शव बरामद हुए हैं, जिसमें से छह शव बच्चों के हैं। बता दें, रविवार को श्रीलंका में सिलसिलेवार तरीके से कई धमाके हुए थे।
शुक्रवार शाम फिर हुए बम धमाके
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार रात को सुरक्षाबलों को सूचना मिली कि एक घर में कुछ आतंकवादी छिपे हो सकते हैं। यहां आतंकियों ने तीन बम धमाके किए। इनमें जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। सुरक्षाबल जब मौके पर पहुंचे तो आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। सेना ने जानकारी दी कि जवाबी कार्रवाई में चार आतंकियों को ढेर कर दिया गया और तीन अन्य घायल हुए हैं। पुलिस और सेना शनिवार को भी अपनी छापेमारी की कार्रवाई को जारी रखेगी।
मामले में 70 लोग गिरफ्तार
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने बताया कि देश के कई युवा 2013 से IS से संपर्क में थे। उन्होंने कहा कि जानकारी के अनुसार श्रीलंका के 140 लोग IS से जुड़े हुए हैं, जिनमें से 70 को गिरफ्तार कर लिया गया है।
छापेमारी में मिले IS के झंडे
सेना ने बताया कि सुरक्षाबलों को छापेमारी के दौरान विस्फोट, डेटोनेटर, आत्मघाती हमले की किट, सैन्य वर्दियां और आतंकी संगठन IS के कई झंडे मिले हैं। गौरतलब है कि श्रीलंका में हुए बम धमाकों की जिम्मेदारी IS ने ली थी। इन धमाकों में 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। श्रीलंका ने लगभग 10,000 सैनिकों को देशभर में छापेमारी अभियानों और धार्मिक स्थानों की सुरक्षा के लिए तैनात किया है।
मरने वालों का आंकड़ा घटाया
श्रीलंका में हुए बम धमाकों में अब तक 253 लोगों की मौत हो गई है। पहले यह संख्या 359 बताई जा रही थी, लेकिन 25 अप्रैल की शाम को श्रीलंका ने मौतों के इस आंकड़ें को संशोधित करते हुए इसे 253 बताया है। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान में हुई गलती के कारण मौत का आंकड़ा ज्यादा बताया गया था। रविवार को ईस्टर के मौके पर श्रीलंका में हुए बम धमाकों में सैंकड़ों लोगों की जानें गई हैं।
धमाकों के बाद क्या-क्या हुआ?
श्रीलंका के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी हेमासिरी फर्नांडो ने सुरक्षा में हुई चूक के चलते अपना इस्तीफा दे दिया है। श्रीलंका पुलिस ने अमेरिका में रह रहे छात्र कार्यकर्ता अमारा मजिद को संदिग्ध बताने पर माफी मांगी है। श्रीलंका के कैथोलिक चर्च ने देशभर में चर्च आयोजनों पर रोक लगाने की घोषणा की है। संभावित बदले के हमलों को देखते हुए सैंकड़ों शरणार्थी पाकिस्तानी अहमदी मुसलमान शहर छोड़कर जा रहे हैं। मामले में अब तक 70 लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
फिलहाल श्रीलंका में सुरक्षा के हालात कैसे?
अभी तक हमले को अंजाम देने वाले सात लोगों की पहचान हुई है। फिर से बम धमाके होने की आशंका से लोग डर में जी रहे हैं। हमले से जुड़ी जांच के लिए देशभर में रात को कर्फ्यू जारी है। हमले के बाद सोशल मीडिया पर अफवाहों और फेक न्यूज ने लोगों में मन में दहशत बढा दी है। इसके अलावा सांप्रदायिक हिंसा और मुसलमानों के खिलाफ प्रतिहिंसा की आशंकाओं से इनकार नहीं किया जा सकता।
श्रीलंका ने लगाई वीजा-ऑन-अराइवल पर रोक
श्रीलंका ने 39 देशों के पर्यटकों के लिए वीजा-ऑन-अराइवल पर रोक लगा दी है। पर्यटन मंत्री ने कहा कि कुछ देशों के लिए यह सुविधा थी, लेकिन सुरक्षा की मौजूदा स्थिति को देखते हुए कुछ समय के लिए इस पर रोक लगाई जाती है।
हो चुकी है हमलावरों की पहचान
धमाकों की पड़ताल कर रही एजेंसियों की जांच में सामने आया कि धमाकों को अंजाम देने वाले आत्मघाती हमलावर अच्छी तरह से शिक्षित थे और अच्छे परिवारों से ताल्लुक रखते थे। इनमें से कुछ दूसरे देशों में पढ़ चुके थे और उनके पास कानून की डिग्रियां थी। जांच के अनुसार, इन आत्मघाती हमलावरों में एक महिला भी शामिल थी। एक आतंकवादी UK में पढ़कर आया था और फिर ऑस्ट्रेलिया से पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद श्रीलंका में रहने लगा था।