भारत और चीन अब विकासशील देश नहीं, फिर भी उठा रहे WTO का फायदा- ट्रम्प
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर से भारत और चीन पर हमला किया है। ट्रम्प ने कहा कि भारत और चीन अब विकासशील देश नहीं हैं, लेकिन इसके बावजूद विश्व व्यापार संगठन (WTO) से "गलत लाभ" उठा रहे हैं। बता दें कि अपनी 'अमेरिका फर्स्ट' नीति के तहत पिछले दिनों ट्रम्प ने अमेरिकी उत्पादों पर ड्यूटी बढ़ाने भारत के फैसले की कड़ी आलोचना की थी और भारत से इन्हें वापस लेने को कहा था।
"भारत और चीन के फायदे से हो रहा अमेरिका का नुकसान"
मंगलवार को पेंसिल्वेनिया में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ट्रम्प ने भारत और चीन पर ये आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि एशिया की दो दिग्गज अर्थव्यवस्थाएं, भारत और चीन, अब विकासशील नहीं हैं, लेकिन इसके बावजूद WTO से विकासशील देशों को मिलने वाले लाभों का फायदा उठा रही हैं और इससे अमेरिका का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा, "वो (भारत और चीन) कई सालों से हमारा फायदा उठा रहे हैं।"
ट्रम्प को उम्मीद, WTO करेगा अमेरिका के साथ उचित व्यवहार
ट्रम्प ने इस दौरान उम्मीद जताई कि WTO अमेरिका के साथ "उचित" व्यवहार करेगा। उन्होंने कहा कि WTO चीन और भारत जैसे कुछ देशों को ऐसे देखता है कि जैसे वो बढ़ रहे हैं, लेकिन वो बढ़ चुके हैं। ट्रम्प ने चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिका ऐसे देशों को WTO का फायदा नहीं उठाने देगा। उन्होंने कहा, "हम ऐसा और नहीं होने देंगे। हमारे सिवाय हर कोई बढ़ रहा है।"
क्या है WTO?
बता दें कि WTO एक अंतर-सरकारी वैश्विक संगठन है जो दुनियाभर के देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय व्यापार को नियंत्रित करता है। मुख्यतौर पर इसके बनाए गए नियमों के आधार पर ही देशों के बीच व्यापार होता है। WTO में विकासशील देशों को तमाम नियमों को लागू करने के लिए अतिरिक्त समय, नरम टैरिफ कटौती और निर्यात सब्सिडी जैसे कई मामलों में विकसित देशों के मुकाबले ज्यादा राहत दी जाती है।
व्यापार संबंधी मामलों पर भारत-चीन पर हमलावर रहे हैं ट्रम्प
अपनी 'अमेरिका फर्स्ट' नीति के तहत राष्ट्रपति ट्रम्प व्यापार संबंधी मुद्दों को लेकर भारत और चीन पर पिछले काफी समय से हमलावर हैं। जहां वह भारत के साथ अमेरिकी उत्पादों पर अतिरिक्त ड्यूटी लगाने को टकराते रहे हैं, वहीं,चीन के साथ उनके ट्रेड वॉर पर पूरी दुनिया की नजर है। अमेरिका ने चीन के कई सामानों पर भारी टैरिफ लगाया है और हुवाई पर प्रतिबंध का मामला भी दोनों देशों के बीच टकराव का मुद्दा रहा।