पाकिस्तान की दबाव बनाने की कोशिश, कहा- अफगानिस्तान से हटाकर कश्मीर सीमा पर तैनात करेंगे सेना
क्या है खबर?
कश्मीर मामले में तीसरे पक्ष की दखल की कोशिश में लगा पाकिस्तान नई-नई कोशिशें कर रहा है।
इस मामले में उसे संयुक्त राष्ट्र और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में निराशा हाथ लगी है।
अब अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत असद मजीद खान ने कहा है कि उनका देश अफगानिस्तान की सीमा पर तैनात अपने सैनिकों को भारतीय सीमा पर तैनात कर सकता है।
इस बयान से तालिबान के साथ चल रही शांति वार्ता पर असर पड़ सकता है।
बयान
दुनिया का ध्यान खींचने की कोशिश है यह बयान
मजीद के इस बयान को कश्मीर मामले पर दुनिया का ध्यान खींचने की कोशिश के तहत माना जा रहा है।
भारत पहले से ही इस बात पर कायम है कि कश्मीर मुद्दा द्विपक्षीय है और इस मुद्दे पर उसे किसी भी तीसरे पक्ष की दखल मंजूर नहीं है।
इससे पहले अमेरिका में भारत के राजदूत हर्ष वर्धन श्रृंगला ने कहा था कि भारत के इनकार के बाद कश्मीर पर मध्यस्थता ट्रंप की एजेंडे में नहीं है।
प्रतिक्रिया
गलत समय पर आया भारत का फैसला- मजीद
न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए इंटरव्यू में मजीद ने कहा, "कश्मीर पर भारत का फैसला गलत समय पर आया है क्योंकि पाकिस्तान अफगान सीमा पर सैन्य नियंत्रण को मजबूत करने में जुटा है। यह अफगानिस्तान में जारी युद्ध को समाप्त करने की एक कोशिश है।"
उन्होने कहा, "हमारे पास अफगान सीमा पर काफी सैनिक तैनात है। अगर कश्मीर की तरफ हालात बिगड़ते हैं तो इन्हें भारतीय सीमा पर तैनात किया जा सकता है। पाकिस्तान इस पर नजरें बनाए हुए है।"
प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने अब तक उठाए ये कदम
भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर को दिया विशेष दर्जा समाप्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के फैसले के बाद पाकिस्तान बौखला गया है।
भारत सरकार के इन कदमों की प्रतिक्रिया में पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध खत्म, राजनयिक संबंध कम करने और सीमा के पार चलने वाली रेल और बस सेवाओं पर रोक लगाने का फैसला किया है।
पाकिस्तान में मौजूद भारतीय दूतावास को वापस भेज दिया गया है।
UNSC
UNSC ने कश्मीर को बताया द्विपक्षीय मामला
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से भारत द्वारा विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के फैसले के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में अपील की थी।
इस पर UNSC के मौजूदा अध्यक्ष देश पोलैंड ने कहा कि यह द्विपक्षीय मामला है और दोनों देशों को मिलकर इसका हल निकालना चाहिए।
भारत में पोलैंड के राजदूत ने कहा कि उनके देश को उम्मीद है कि दोनों देश मिलकर एक फायदेमंद समाधान के लिए काम करेंगे।
UN
UN ने कही थी द्विपक्षीय हल की बात
जम्मू-कश्मीर मामले को संयुक्त राष्ट्र में उठाने की पाकिस्तान की कोशिशों को पहले ही झटका लग चुका है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने इस मुद्दे पर दोनों देशों से 'अधिकतम संयम' बरतने की अपील करते हुए कहा कि कश्मीर मामला द्विपक्षीय है और इसे शिमला समझौते के तहत शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाया जाना चाहिए।
गुटरेस के प्रवक्ता ने कहा कि महासचिव इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं और दोनों पक्षों से अधिकतम संयम बरतने की अपील करते हैं।