9/11 आतंकी हमले में बचा, लेकिन कीनिया में हुए आतंकी हमले में मारा गया अमेरिकी नागरिक
क्या है खबर?
कीनिया की राजधानी नैरोबी के एक होटल में हुए आतंकी हमले में अब तक 21 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है।
मरने वालों में एक ऐसा अमेरिकी नागरिक भी है, जो 11 सितंबर 2001 को न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले में बचा गया था।
9/11 आतंकी हमले को विश्व इतिहास का सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जाता है।
ओसामा बिन लादेन ने हाइजैक किए गए जहाजों से अमेरिका में कई जगह हमला किया था।
9/11 आतंकी हमला
भाई ने बताया, 9/11 हमले में बच गया था शख्स
मरने वाले अमेरिकी नागरिक का नाम जेसन स्पिंडलर था।
उसके भाई जोनाथन ने ट्वीट करके ये जानकारी दी कि उनका भाई 9/11 के हमले में बच गया था।
जेसन की मां ने NBC न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा कि उनका बेटा तीसरी दुनिया के उभरते हुए बाजारों में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश कर रहा था।
कीनिया के नैरोबी में मंगलवार को 101 कमरों वाले फाइव स्टार लग्जरी होटल डुस्टीडी-2 पर कुछ बंदूकधारियों ने हमला किया था।
अल-शबाब आतंकी संगठन
ऐसे किया अल-शबाब के आतंकियों ने हमला
आतंकवादियों ने होटल में प्रवेश करने से पहले कार पार्किंग में बम फेंके और एक हमलावर ने खुद को उड़ा लिया।
जिस इलाके में हमला हुआ वहां बड़ी संख्या में अमेरिका, यूरोप और भारत के प्रवासी लोग रहते हैं।
इलाके को आतंकवादियों से मुक्त कराने में सुरक्षाकर्मियों को लगभग 19 घंटे का वक्त लगा। रेड क्रॉस कीनिया के अनुसार, मामले में 19 लोग अभी भी लापता हैं।
हमले की जिम्मेदारी सोमालिया के आतंकवादी संगठन अल-शबाब ने ली है।
बयान
अल-शबाब ने बताया ट्रम्प के इस फैसले का जबाव
अल-शबाब ने बयान जारी करते हुए हमले को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के येरूशलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देने के फैसले का जबाव बताया है।
कीनिया सरकार ने अक्टूबर 2011 में अल-शबाब से लड़ने के लिए अपनी सेना सोमालिया भेजी थी। इसके बाद से ही कीनिया अल-शबाब के निशाने पर है।
5 साल पहले 2013 में भी अल-शबाब ने नैरोबी के एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में हमला किया था, जिसमें 67 लोगों की मौत हुई थी।