
चीन ने खोजे 38 नए खनिज भंडार, निवेश में भी आई तेजी
क्या है खबर?
चीन काफी तेजी से खनिज भंडारों की खोज कर रहा है। साल 2025 की योजना के तहत इस साल की पहली छमाही में उसने 38 नए खनिज स्थलों की पहचान की है। प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय के मुताबिक, यह संख्या पिछले साल की तुलना में 31 प्रतिशत ज्यादा है। इनमें करीब 33.7 लाख टन रुबिडियम और 81 टन सोने जैसे महत्त्वपूर्ण भंडार शामिल हैं। सरकार को उम्मीद है कि इन खोजों से देश की ऊर्जा और संसाधन सुरक्षा को मजबूती मिलेगी।
केंद्र
रुबिडियम और सोना बने बड़ी खोज के केंद्र
इन नई खोजों में रुबिडियम और सोना जैसे महत्त्वपूर्ण खनिज शामिल हैं। रुबिडियम का इस्तेमाल बायोमेडिसिन, टेलीकॉम, आतिशबाजी और खास कांच में होता है, जबकि सोना इलेक्ट्रॉनिक्स और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में काम आता है। इन खनिजों की खोज चीन की रणनीतिक योजना का हिस्सा है। मंत्रालय के अनुसार, पहली छमाही में खनिज खोज में निवेश में भी भारी बढ़ोतरी हुई है, जिसमें टिन, तांबा, बॉक्साइट और फॉस्फेट जैसे महत्त्वपूर्ण तत्व शामिल हैं।
निवेश
खनिज निवेश में आई तेजी
खनिजों की खोज को लेकर चीन में तेजी से निवेश बढ़ा है। गैर-हाइड्रोकार्बन खनिजों में निवेश 23.9 प्रतिशत बढ़कर 6.69 अरब युआन (लगभग 8,000 करोड़ रुपये) हो गया है। सरकार का कहना है कि वह खोज तकनीक, निष्कर्षण विधियों और उपकरणों को बेहतर बनाने पर काम कर रही है। इसके अलावा, कई रणनीतिक क्षेत्रों में खनिज खोज और उपयोग को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे देश की खनिज आत्मनिर्भरता और ऊर्जा सुरक्षा दोनों को मजबूती मिलेगी।
योजना
लिथियम की बड़ी खोज और भविष्य की योजना
हुनान प्रांत में चीन को लिथियम का एक बहुत बड़ा भंडार मिला है, जिसमें लगभग 13.1 लाख टन लिथियम ऑक्साइड है। इसके साथ ही यहां रुबिडियम, टंगस्टन, टिन और टैंटलम जैसे अन्य खनिज भी मिले हैं। जनवरी में भी चीन ने कुनलुन पर्वत में 2,800 किलोमीटर लंबी लिथियम बेल्ट की खोज की थी। 'श्वेत पेट्रोलियम' कहलाने वाला लिथियम इलेक्ट्रिक गाड़ियों और ऊर्जा भंडारण में काम आता है, जो चीन की भविष्य की योजना में अहम भूमिका निभाता है।