
बांग्लादेश: पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ीं, मानवता के खिलाफ अपराध मामले में आरोप तय
क्या है खबर?
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने हसीना और 2 अन्य लोगों के खिलाफ जुलाई 2024 के विरोध प्रदर्शनों के दौरान मानवता के खिलाफ कथित अपराधों से संबंधित एक मामले में आरोप तय किए हैं। बांग्लादेशी अखबार द डेली स्टार ने ये जानकारी दी है। इस मामले में तत्कालीन गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल और पूर्व पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल-मामून को भी आरोपी बनाया गया है।
आरोप
हसीना पर क्या हैं आरोप?
इसी साल फरवरी में संयुक्त राष्ट्र (UN) ने बांग्लादेश हिंसा पर एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें कहा गया था कि हसीना सरकार, देश की सुरक्षा और खुफिया सेवाएं और उनकी अवामी लीग पार्टी से जुड़े 'हिंसक तत्व' जुलाई और अगस्त 2024 में आंदोलन के दौरान गंभीर मानवाधिकार उल्लंघनों की एक श्रृंखला में व्यवस्थित रूप से शामिल थे। रिपोर्ट के अनुसार, ज्यादातर लोग सुरक्षाबलों की गोलीबारी में घायल हुए या मारे गए। इनमें से 13 प्रतिशत बच्चे थे।
बयान
अगले महीने शुरू होगी सुनवाई
विशेष न्यायाधिकरण ने मुकदमे की शुरुआत की तारीख 3 अगस्त तय की है। अभियोजन पक्ष के एक वकील ने कहा, "बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने हसीना के साथ-साथ उनके शासन के गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल और तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक चौधरी अब्दुल्ला अल मामून के खिलाफ आरोप तय किए हैं।" वकीलों ने कहा कि हसीना पर विद्रोह को दबाने के लिए सामूहिक नरसंहार, हत्या और यातना देने का भी आरोप है।
सजा
हसीना को हो सकती है मौत की सजा
हसीना के खिलाफ जो आरोप तय किए गए हैं, अगर उनमें वे दोषी पाई जाती हैं, तो उन्हें मौत की सजा तक हो सकती है। हालांकि, अभी सजा का ऐलान नहीं किया गया है। इससे पहले 18 फरवरी को न्यायाधिकरण ने हसीना के खिलाफ जांच को अप्रैल तक पूरी करने का आदेश दिया था। बता दें कि अब्दुल्ला अल मामून जेल में बंद हैं और उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को स्वीकार कर लिया है।
ऑडियो
शेख हसीना का विवादित ऑडियो भी वायरल
पिछले साल के प्रदर्शनों के दौरान हसीना ने सुरक्षा बलों को गोली मारने का आदेश दिया था। यह दावा एक लीक ऑडियो में किया गया है, जिसकी पुष्टि BBC ने की है। अब ये ऑडियो सामने आया है। इस ऑडियो में हसीना को प्रदर्शनकारियों के खिलाफ जानलेवा हथियारों के इस्तेमाल की मंजूरी देते हुए सुना जा सकता है। वह कहती हैं, "जहां कहीं भी मिलें, उन्हें गोली मार दी जाएगी।"
प्रत्यर्पण
हसीना के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है बांग्लादेश
पिछले साल के छात्र आंदोलन के बाद बांग्लादेश में तख्तापलट हो गया था। इसके बाद हसीना भारत आ गई थीं और उन्होंने भारत में ही शरण ली हुई हैं। बांग्लादेश कई बार हसीना के प्रत्यर्पण की मांग कर चुका है। हसीना को बांग्लादेश में कई मामलों में सजा सुनाई जा चुकी है या वे आरोपी हैं। हालांकि, प्रत्यर्पण को लेकर अभी तक भारत ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है।