भारत में बांग्लादेश उच्चायोग में तैनात 2 राजनयिक बर्खास्त, देश छोड़ने को कहा गया
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बांग्लादेश उच्चायोग में तैनात 2 राजनयिकों को बर्खास्त कर दिया है। उन्हें दिल्ली छोड़ने को कहा गया है। इसमें प्रथम सचिव (प्रेस) शबान महमूद और कोलकाता में बांग्लादेशी वाणिज्य दूतावास में प्रथम सचिव (प्रेस) रंजन सेन शामिल हैं। दोनों को उनका अनुबंधित कार्यकाल समाप्त होने से पहले पद छोड़ने को कहा गया है। सेन का कार्यकाल 2026 में समाप्त होने वाला था। दोनों को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने नियुक्त किया था।
शेख हसीना को लेकर संशय बरकरार
बांग्लादेश में विद्रोह के बाद 5 अगस्त को भारत आईं शेख हसीना को लेकर अभी भी संशय बरकरार है। बांग्लादेश की सरकार उनका प्रत्यर्पण चाहती है। बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बनी अंतरिम सरकार ने हसीना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द कर दिया है, जिससे हसीना की दिक्कतें बढ़ गई हैं। हसीना और उनके परिवार के सदस्यों पर बांग्लादेश में 51 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 42 हत्या से जुड़े मामले हैं।
दिल्ली में हैं हसीना
बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी प्रदर्शन और हिंसा शुरू होने पर शेख हसीना अपनी छोटी बहन शेख रेहाना के साथ भारत आ गई थीं। दोनों महिलाएं 5 अगस्त से दिल्ली में हैं और उनको पूरी सुरक्षा प्रदान की जा रही है। दोनों बहनों ब्रिटेन समेत अन्य यूरोपीय देशों में शरण मांग रही हैं, जबकि कहीं से मंजूरी नहीं मिली है। हसीना के पास कोई दूसरा पासपोर्ट न होने से उन्हें बांग्लादेश प्रत्यर्पित किए जाने की संभावना है।