
बांग्लादेश में सेना ने बुलाई आपातकालीन बैठक, मुहम्मद यूनुस सरकार का हो सकता है तख्तापलट
क्या है खबर?
बांग्लादेश में राजनीतिक गतिविधियां एक बार फिर तेज हो गई है। बांग्लादेशी सेना ने आपातकालीन बैठक की है, जिससे मुहम्मद यूनुस की सरकार पर खतरा मंडरा रहा है।
संभावना है कि सेना अंतरिम सरकार के प्रमुख यूनुस को हटाकर नियंत्रण अपने हाथ में ले सकती है। यह बैठक वाकर-उज़-ज़मान के नेतृत्व में की गई है।
बैठक में 5 लेफ्टिनेंट जनरल, 8 मेजर जनरल, स्वतंत्र ब्रिगेड के कमांडिंग ऑफिसर और सेना मुख्यालय के प्रमुख अधिकारियों सहित अन्य सैन्य अधिकारी शामिल थे।
सरकार
बांग्लादेश में यूनुस के खिलाफ क्यों जा सकती है सेना?
बांग्लादेश में यूनुस के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद लोगों का सरकार के प्रति अविश्वास बढ़ा है और अशांति की खबरें आ रही हैं।
यूनुस सरकार इस साल के अंत तक बांग्लादेश में आम चुनाव चाहती है, जिसका सेना किसी भी हाल में विरोध करना चाहेगी।
सेना की बैठक में यह भी चर्चा हुई है कि पिछले साल अगस्त में शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद देश में स्थिरता बहाल करने में सेना की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
हिंसा
पिछले साल अगस्त में हुई थी बड़ी हिंसा
बांग्लादेश में पिछले साल अगस्त में बड़े पैमाने पर छात्र आंदोलन के बाद हिंसा हुई थी, जिसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपनी बहन के साथ भारत में शरण लेनी पड़ी।
हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनी। हालांकि, इस दौरान अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले बढ़ गए।
हसीना भारत में रहकर सोशल मीडिया के जरिए बांग्लादेश में अपनी जमीन तैयार कर रही हैं। बांग्लादेश सरकार उनको वापस लाना चाहती है।