अमेरिका: सनस्क्रीन लगाना भूली महिला और बुरी तरह सूज गया चेहरा, आंखें भी मुश्किल से खुलीं
क्या है खबर?
सूरज की रोशनी को विटामिन-D का मुख्य स्त्रोत माना जाता है, लेकिन अगर आप इसके संपर्क में कुछ मिनट से ज्यादा समय बिताते हैं तो यह आपकी त्वचा के लिए मुसीबत भी बन सकता है।
ऐसा ही कुछ अमेरिका की एक महिला के साथ हुआ, जो समुद्र तट पर छुट्टियां बिताने गई थी, लेकिन यहां धूप सेंकते हुए वह सो गई और सूरज के अधिक संपर्क में रहने से उसका पूरा चेहरा बिगड़ गया। उसकी आंखें भी मुश्किल से खुलीं।
मामला
सन पॉइजनिंग के कारण चेहरे पर आई सूजन
यह मामला अमेरिका के उटाह शहर में रहने वाली 21 वर्षीय बेला चैटविन का है, जिसे धूप के कारण सन पॉइजनिंग का सामना करना पड़ा।
दरअसल, बेला बिना सनस्क्रीन लगाएं समुद्र के किनारे धूप सेंकने के लिए बैठ गई थी और इस दौरान उसकी आंखें लग गईं।
इसके बाद जब उसकी नींद खुली तो उसने पाया कि उसका चेहरा इतनी बुरी तरह से सूज गया है कि उसकी खुद की बहन एयरो चैटविन भी उसे पहचान नहीं पा रही थी।
बयान
काफी दिनों तक परेशान रही बेला
पेशे से इंटीरियर डिजाइनर बेला ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "मुझे अपना चेहरा देखने पर ऐसा लगा जैसे फोटोडर्माटाइटिस (सूरज से एलर्जी) हुआ है, लेकिन जब मैंने डॉक्टर से जांच करवाई तो पता चला कि मेरा चेहरा सन पॉइजनिंग के कारण सूजा है और इसके कारण मैं काफी परेशान रही।"
बता दें कि सन पॉइजनिंग एक गंभीर सनबर्न की स्थिति है, जिसमें सूरज की UV किरणों की वजह से त्वचा पर सूजन और जलन उत्पन्न होने लगती है।
इलाज
3 हफ्ते से ज्यादा समय में ठीक हुआ बेला का चेहरा
बेला के चेहरे को ठीक होने में 3 हफ्ते से ज्यादा का समय लग गया।
डॉक्टर्स के अनुसार, सन पॉइजनिंग के कारण सूजे बेला के चेहरे को ठीक करने के लिए स्टेरॉयड बेस्ड क्रीम का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई थी, जिससे उसे काफी आराम मिला।
बेला ने बताया कि अब वह बिना सनस्क्रीन लगाए धूप में नहीं निकलती है और वह अपनी समस्या के बाद अन्य लोगों को भी सनस्क्रीन लगाकर बाहर निकालने की सलाह देती है।
अंतर
सनबर्न और सन पॉइजनिंग में अंतर
सनबर्न कम समय के लिए सूरज के संपर्क में आने से त्वचा पर होने वाली जलन या लालिमा का कारण बनता है, जबकि सन पॉइजनिंग से त्वचा पर एलर्जिक प्रतिक्रियाएं होती हैं, जो लंबे समय तक परेशान करती हैं।
लालिमा, सूजन, खुजली और जलन होना सनबर्न के मुख्य लक्षण हैं। सन पॉइजनिंग होने पर गंभीर सूजन, खुजलीदार लाल दाने, त्वचा का छिलना, सिरदर्द या चक्कर आना, मतली और मांसपेशियों में दर्द आदि समस्याएं हो सकती हैं।
तरीके
सन पॉइजनिंग से कैसे बचें?
जितना हो सके धूप से दूर रहें। बाहर जाते समय सुरक्षात्मक कपड़े जैसे टोपी और लंबी बाजू के कपड़े पहनें।
बाहर जाने से 15 से 30 मिनट पहले त्वचा पर SPF युक्त सनस्क्रीन लगाएं और फिर हर 2 घंटे में दोबारा इसका इस्तेमाल करें।
कुछ दवाएं आपकी त्वचा को धूप के प्रति संवेदनशील बना सकती हैं। इसका ध्यान रखें।
इसी तरह खूब पानी पीएं, शिशुओं को सीधी धूप से दूर रखें और टैनिंग बेड का इस्तेमाल न करें।