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स्टारबक्स अपनी पूर्व मैनेजर को करेगी 205 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान, जानिए कारण 
स्टारबक्स को करना पड़ा अपने पूर्व मैनेजर को भुगतान

स्टारबक्स अपनी पूर्व मैनेजर को करेगी 205 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान, जानिए कारण 

लेखन अंजली
Jun 15, 2023
02:24 pm

क्या है खबर?

अगर आप कॉफी पीने के शौकीन हैं तो आपने स्टारबक्स का नाम जरूर सुना होगा। इसे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी फूड चेन के रूप में जाना जाता है। हाल ही में इससे जुड़ा एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। CBS की रिपोर्ट के अनुसार, कॉफी की दिग्गज कंपनी स्टारबक्स को नस्लीय भेदभाव के एक मामले में एक पूर्व श्वेत मैनेजर को 205 करोड़ का भुगतान करने का आदेश दिया गया है। आइए पूरा मामला जानें।

मामला

कहां का है यह मामला?

यह मामला अमेरिका में फिलाडेल्फिया के रिटनहाउस स्क्वायर की स्टारबक्स ब्रांच का है, जहां से साल 2018 में शैनन फिलिप्स नामक महिला मैनेजर को निकाल दिया गया था। इसके बाद यह मामला कोर्ट तक पहुंचा। BBC की रिपोर्ट के अनुसार, न्यू जर्सी की अदालत ने पाया कि स्टारबक्स ने शैनन के संघीय नागरिक अधिकारों के साथ-साथ एक कानून का भी उल्लंघन किया था, जो नस्ल के आधार पर भेदभाव के खिलाफ है।

शुरूआत

इस घटना के कारण शैनेन ने खटखटाया था कोर्ट का दरवाजा

2018 में शैनन को रशोन नेल्सन और डोनेट रॉबिन्सन नामक 2 अश्वेत व्यक्तियों की गिरफ्तारी के बाद कैफे से निकाला गया था। दरअसल, उन व्यक्तियों में से एक को शौचालय का उपयोग करने से मना कर दिया गया था क्योंकि उसने कुछ भी नहीं खरीदा था। डोनेट ने कहा कि वे एक फॉर्मल मीटिंग के कारण स्टारबक्स में गए थे और किसी का इंतजार कर रहे थे। इसके बाद कर्मचारियों ने पुलिस को बुलाया, जो उन्हें गिरफ्तार करके ले गई।

इल्जाम

शैनन पर लगाया गया झूठा इल्जाम

उन 2 व्यक्तियों की गिरफ्तारी कैमरे में कैद हो गई और जल्द ही इंटरनेट पर वायरल हो गई, जिसके बाद लोगों ने इसके खिलाफ विरोध करना शुरू कर दिया और इसके परिणामस्वरूप कंपनी को अपने सभी स्टोर बंद करने पड़े। CBS ने बताया कि उस समय कंपनी ने शैनन पर सारा इल्जाम डालकर उसे निकाल दिया था कि वह श्वेत है, इसलिए उसने उन 2 व्यक्तियों को कैफे से बाहर किया था, जबकि ऐसा नहीं था।

कोर्ट

शैनन ने कंपनी पर लगाए ये आरोप

शैनन ने साल 2019 में स्टारबक्स पर मुकदमा किया और उन पर गलत तरीके से बर्खास्तगी और गिरफ्तारी के जवाब में उनके जैसे श्वेत कर्मचारियों को गलत तरीके से दंडित करने का आरोप लगाया। इस मामले के बारे में शैनन के वकीलों ने कहा कि साल 2018 की घटना के बाद की जा रही कार्रवाई के दौरान शैनन को बलि का बकरा बनाया गया था।