इस कॉलोनी में पिछले 500 सालों से नहीं बढ़ा किराया, आज भी केवल 77 रुपये
आज के समय में किराए पर मिलने वाले मकानों की कीमत साल-दर-साल बढ़ रही है, जिससे सभी लोग परेशान हैं। हालांकि, दुनिया में एक ऐसी जगह भी है, जहां पिछले 500 सालों से किराया बढ़ाया ही नहीं गया है। यकीनन आपके लिए इस पर विश्वास कर पाना थोड़ा मुश्किल हो रहा होगा, लेकिन जर्मनी में स्थित इस जगह पर साल 1521 के बाद से किराया नहीं बढ़ाया है।
कितना रुपये है किराया?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह अनोखी जगह जर्मनी के ऑग्सबर्ग में स्थित फुग्गेरी कॉलोनी है। यहां पर एक-जैसे कई खूबसूरत घर बने हुए हैं, जिनमें रह रहे किरायेदारों को प्रति वर्ष केवल 77 रुपये ही देना पड़ता है। यह किराया करीब 500 साल पहले तय किया गया था और आज के समय में भी उतना ही है। इस जगह को साल 1516 में गरीब लोगों के लिए बनाया गया था और यह दुनिया की सबसे पुरानी सार्वजनिक आवास परियोजना है।
कॉलोनी में रहने के लिए इन शर्तों को करना होगा पूरा
इस कॉलोनी में रहने वाले लोगों के लिए एक शर्त भी रखी गई है, जिसे स्थानीय लोग आज भी एक परंपरा के रूप में मानते हैं। यहां पर रह रहे लोगों को स्थानीय चर्च में दिन में 3 बार प्रार्थना करनी होती है। इसके अलावा यहां रहने के लिए केवल वहीं लोग आवेदन कर सकते हैं, जो कैथोलिक धर्म को मानते हैं और ऑग्सबर्ग में 2 सालों से रह रहे हैं।
500 साल पुरानी कॉलोनी में सभी सुविधाएं हैं मौजूद
कॉलोनी के अपार्टमेंट 45 से 65 वर्ग मीटर के बीच उपलब्ध हैं और साथ ही बाहर एक बगीचा और ऊपर एक बड़ी-सी छत भी है। यह जगह थोड़ी पुराने तरीके से बनी है, लेकिन यहां पर बिजली और पानी से लेकर हर सुविधा मौजूद है। इसके अनोखे किराए के कारण यहां पर आने वाले पर्यटकों की संख्या भी बढ़ती जा रही है इसलिए अब यहां के ट्रस्ट ने पर्यटकों से एंट्री फीस लेनी भी शुरू कर दी है।
किसने बनाई यह कॉलोनी?
फुग्गेरी कॉलोनी की स्थापना 1514 में जैकब फुग्गर ने की थी। वह ऑग्सबर्ग में रहने वाले अमीर व्यक्ति थे इसलिए लोगों ने उन्हें 'जैकब फुग्गर द रिच' नाम दिया था। उन्होंने वहां के गरीब लोगों के लिए फुग्गेरी कॉलोनी का निर्माण शुरू करवाया था। उनका उद्देश्य कम कीमत में रहने की एक जगह उपलब्ध कराना था। इस आवासीय परिसर में 1523 तक 52 घर बनाए गए थे और इसमें 147 अपार्टमेंट हैं। फिलहाल धीरे-धीरे इस कॉलोनी का विस्तार जारी है।