
UK: घर में 70 से अधिक बिल्लियों के साथ रहती हैं ये मां-बेटी, जानिए कारण
क्या है खबर?
लोग अपने घरों में 1-2 पालतू जानवर रखते हैं, लेकिन यूनाइटेड किंगडम (UK) के वेल्स में एक परिवार के पास 70 से अधिक पालतू बिल्लियां हैं।
यकीनन यह गिनती हैरान करने वाली है, लेकिन सच यही है।
यहां रह रही एक महिला करेन स्माई और उनकी बेटी लॉरेन शेल्ड्रिक के साथ उनके घर में 70 से अधिक अलग-अलग किस्मों की बिल्लियां रहती हैं।
आइये इसके पीछे की वजह जानते हैं।
मामला
क्या है मामला?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पॉविस के नैन्टमेल निवासी करेन (56) और लॉरेन (26) जानवरों के प्रति जुनूनी हैं और वो छोटे पैमाने पर एक बचाव अभियान चलाती हैं।
वे खोई हुई बिल्लियों या उन बिल्लियों को ले आती हैं, जिनके मालिक उन्हें अपने घर पर नहीं रखना चाहते। इसी के चलते उनके घर के बाथरूम, रसोई और हर कमरे में बिल्लियां ही बिल्लियां दिखाई देती हैं।
वे अपने परिवार को कई बिल्लियों का एक परिवार बताती हैं।
कारण
किस कारण रखती हैं इतनी बिल्लियां?
करेन और लॉरेन का मानना है कि इतनी सारी बिल्लियां रखना उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
करेन बताती हैं, "हम बिल्लियों के प्रति जुनूनी हैं। हमे जानवरों को अपनी दुनिया बनाने के लिए एक विशेष तरह का व्यक्ति बनना चाहिए।"
वहीं लॉरेन का कहना है, "मैं बिल्लियों को डेटिंग ऐप्स पर निवारक के रूप में इस्तेमाल करती हूं। बिल्लियों के बारे में जानने के बाद कोई व्यक्ति मेरे साथ नहीं रुकता तो वह मेरे लायक नहीं है।"
खर्चें
बिल्लियों पर खर्च हो जाते हैं रोजाना हजारों रुपये
करेन और लॉरेन बिल्लियों पर रोजाना करीब 14,000 रुपये के आसपास खर्च करती हैं।
वे ऐसे विशेष खाद्य पदार्थों पर भी खर्च करती हैं, जिसकी कुछ बिल्लियों को जरूरत होती है।
इसके अलावा हर बिल्ली को करीब 6,000 रुपये के 2 टीके भी लगवाने जरूरी होते हैं, जिसका खर्च मां और बेटी उठाती हैं।
हालांकि, बिल्लियों के प्रति इतना जुनूनी होने और पैसे खर्चने के बावजूद करेन और लॉरेन का जीवन इनकी वजह से कभी-कभी नरक जैसा हो जाता है।
परेशानियां
परेशानियों के बावजूद खुश हैं करेन और लॉरेन
करेन और लॉरेन को इतनी सारी बिल्लियों के कारण कभी-कभी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जैसे कि इनकी वजह से वह दोनों केवल कुछ घंटों की ही नींद ले पाती हैं।
करेन कहती हैं, "कभी-कभी यह आनंददायक नहीं है। इसमें कड़ी मेहनत लगती हैं और कभी-कभी जीवन नरक बन जाता है। हालांकि, सकारात्मकताएं हमेशा नकारात्मकताओं पर भारी पड़ती हैं, इसलिए हमने अपने जीवन में यही करने का फैसला किया है और इसी से हमें खुशी मिलती है।"