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आज है 2023 का सबसे छोटा दिन, महज इतने घंटे ही रहेगी रोशनी
इस साल का सबसे छोटा दिन है आज (तस्वीर: फ्रीपिक)

आज है 2023 का सबसे छोटा दिन, महज इतने घंटे ही रहेगी रोशनी

लेखन गौसिया
Dec 22, 2023
12:25 pm

क्या है खबर?

दिसंबर का महीना चल रहा है और यह साल अंत के करीब है। हर साल इस महीने एक खगोलीय घटना होती है, जिसके कारण 22 दिसंबर साल का सबसे छोटा दिन होता है और रात सबसे लंबी होती है। इस घटना को विंटर सॉल्स्टिस यानी शीतकालीन संक्रांति कहते हैं। आज यानी 22 दिसंबर को यही घटना होने वाली है और इस दौरान लगभग 7 घंटे और 14 मिनट का दिन होगा। आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

मामला

आज के बाद छोटी होने लगेंगी रातें

शीतकालीन संक्रांति की घटना मौसमी बदलाव का प्रतीक है, इसलिए आज यानी शुक्रवार से रातें छोटी होने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक, आज के दिन सूरज से धरती की दूरी ज्यादा हो जाती है इसलिए पृथ्वी पर चांद की रोशनी देर तक रहती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमते समय लगभग 23.4 डिग्री झुकी होती है। इस कारण प्रत्येक गोलार्ध को पूरे साल अलग-अलग मात्रा में सूरज की रोशनी मिलती है।

तरीका

कैसे देख सकते हैं यह घटना?

अगर आप इस अनोखी घटना को देखना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है कि आज के दिन सूर्योदय और सूर्यास्त होता देखें। इसके अलावा दूसरा तरीका है यह आप अंधेरा होने के बाद घर से बाहर जाएं और कुछ देर तक तारों को देखें। बता दें कि शीतकालीन संक्रांति, ग्रीष्म संक्रांति से बिल्कुल अलग होता है यानी इस दौरान एक ही गोलार्ध में दिन के उजाले का समय सबसे ज्यादा होता है।

नाम का मतलब 

कहां से आया सॉल्स्टिस शब्द?

शीतकालीन संक्रांति की इस घटना को अंग्रेजी में विंटर सॉल्स्टिस कहते हैं। सॉल्स्टिस एक लैटिन शब्द है, जो सोल्स्टिम से बना है। इसमें सोल का मतलब सूरज है और सेस्टेयर का मतलब स्थिर खड़ा रहना है। इस दोनों शब्दों से ही सॉल्स्टिस शब्द बना, जिसका मतलब है सूरज का स्थिर रहना। सूरज के इसी बदलाव की वजह से ही 22 दिसंबर को सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात होती है।

अन्य मामला

इस शहर में होती है महज 40 मिनट की रात 

नॉर्वे का शहर हेमरफेस्ट एक ऐसी जगह है, जहां सिर्फ 40 मिनट की ही रात होती है। यहां रात 12:43 बजे सूर्यास्त हो जाता है और फिर महज 40 मिनट पर सूर्योदय हो जाता है। इसके अलावा यहां ढाई महीने तक सूर्यास्त होता ही नहीं है। यहां मई से जुलाई के बीच करीब 76 दिनों तक सूरज नहीं डूबता है। हेमरफेस्ट के इसी अजूबे के कारण नॉर्वे को 'कंट्री ऑफ मिडनाइट सन' भी कहा जाता है।