फ्रॉस्टबाइट क्या है इससे कैसे बचा जा सकता है?
फ्रॉस्टबाइट एक तरह का त्वचा से जुड़ा घाव है। यह तब होता है, जब आप अत्यधिक ठंडे तापमान के संपर्क में आते हैं। खासकर, बर्फीली जगहों पर इस स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। आमतौर पर फ्रॉस्टबाइट पैर और हाथों की उंगलियों, कान, नाक और ठुड्डी को प्रभावित करता है और प्रभावित हिस्से की त्वचा को ठंडा, सख्त और सुन्न कर देता है। आइए आज हम आपको फ्रॉस्टबाइट से बचने के कुछ तरीके बताते हैं।
फ्रॉस्टबाइट के लक्षण
त्वचा का अधिक ठंडा, लाल होना, त्वचा का पपड़ीदार होना, जलन महसूस होना, सुन्नपन और खुजली फ्रॉस्टबाइट का शुरूआती लक्षण है। इसके अतिरिक्त, त्वचा का सख्त होना और हाथों या पैरों की उंगलियों पर फफोले पड़ना भी फ्रॉस्टबाइट के मुख्य लक्षण हैं। अगर स्थिति गंभीर हो जाती है तो त्वचा का रंग बदलकर काला होने लगता है। वहीं, मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द या अकड़न होना भी फ्रॉस्टबाइट के लक्षण हैं।
हल्के, ढीले और आरामदायक गर्म कपड़े पहनें
अगर आप किसी बर्फीली जगह पर घूमने जा रहे हैं तो वहां टाइट कपड़े से पहने से बचें क्योंकि इससे फ्रॉस्टबाइट होने की संभावना बढ़ जाती है। बेहतर होगा कि आप हल्के, ढीले और आरामदायक कपड़े पहनें, जो ठंडी हवा से आपको बचाने में मदद करें। उदाहरण के लिए सबसे पहले आप अपने शरीर को एक हल्का थर्मल पहनें, फिर दूसरी परत ऊनी कपड़े की पहनें। अंत में कपड़े की तीसरी परत वाटरप्रूफ और विंडप्रूफ होनी चाहिए।
टोपी, स्कार्फ, जुराबें और दस्तानों को पहनना न भूलें
कपड़ों के साथ ही स्कार्फ और टोपी भी पहनें। स्कार्फ की मदद से आपकी गर्दन ठंडी हवाओं के दुष्परिणामों से बच सकती है। वहीं, टोपी की मदद से सिर और कान को ठंड से बचाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, जुराबों और दस्तानों को पहनना न भूलें क्योंकि ये चीजें भी बहुत जरूरी होती हैं। दरअसल, अगर पैर और हाथ पर ठंडी हवा लगेगी तो इससे आपको फ्रॉस्टबाइट का सामना करना पड़ सकता है।
पानी का सेवन है बेहद जरूरी
अगर किसी बर्फीली जगह पर घूमने जा रहे हैं तो इस दौरान आपके शरीर का हाइड्रेट रहना बहुत जरूरी है क्योंकि डिहाइड्रेशन की समस्या फ्रॉस्टबाइट होने की संभावना को बढ़ा सकती है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन जरूरी है। अगर आप चाहें तो पानी की कमी को पूरा करने के लिए पालक, टमाटर, गाजर, संतरा और सेब जैसी सब्जियों और फलों को भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। वहीं, नशीले पेय पदार्थों के सेवन से बचें।