ऑस्ट्रेलिया: 28 मिनट मरकर जिंदा हुआ व्यक्ति, बोला- छोड़ दिया था शरीर, सब देख रहा था
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है।
यहां बास्केटबॉल खेलने के दौरान अचानक एक 57 वर्षीय व्यक्ति को हार्ट अटैक आ गया, जिससे वह तुरंत बेहोश हो गए।
करीब 28 मिनट तक मरा रहने के बाद वह वापस से जिंदा हो गए, जिसकी वजह से वह खुद को 'मिरेकल मैन' कह रहे हैं।
आइए जानते हैं कि मौत के बाद वापस जिंदा होने के बाद उन्होंने क्या अनुभव साझा किया है।
मामला
क्या है मामला?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, विक्टोरिया के जिलॉन्ग निवासी फिल जेडबेल ताइक्वांडो और फिटनेस ट्रेनर हैं। पिछले मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने अपनी मौत के बाद का अनुभव साझा किया।
दरअसल, पिछले साल नवंबर में बास्केटबॉल खेलते हुए अचानक उन्हें हार्ट अटैक आ गया और वह बेहोश हो गए थे।
अस्पताल में भर्ती होने के बाद जब उन्हें होश आया तो डॉक्टर ने उन्हें बताया कि वह 28 मिनट के लिए मर गए थे।
इलाज
इस तरह हुआ जेडबेल का इलाज
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेडबेल जब बेहोश हुए तो वहां उनके बेटे जोशुआ समेत कई लोग मौजूद थे। उस वक्त वहां पर एक ऑफ-ड्यूटी नर्स भी मौजूद थी, जिसने तुरंत जेडबेल को CPR दिया।
इसके बाद उनके बेटे ने स्वास्थ्यकर्मियों को बुलाया और फिर उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें डिफाइब्रिलेटर की मदद से भी ठीक करने की कोशिश की गई।
हालांकि, अस्पताल में जेडबेल को करीब 3 दिनों के बाद होश आया था।
बयान
बेहोश होने के बावजूद सब कुछ देख पा रहे थे जेडबेल
जेडबेल ने बताया कि जब वह बेहोश हो गए थे और नर्स उन्हें CPR दे रही थी तो वह सब कुछ देख पा रहे थे और उन्हें ऐसा लग रह था कि उन्होंने अपना शरीर छोड़ दिया है।
उन्होंने कहा, "मौत के करीब जाकर वापस आने से मेरे जीने का तरीका बदल गया है। हम जिन छोटी-छोटी चीजों के बारे में चिंता करते हैं, वो बिल्कुल भी चिंता करने के लायक नहीं होती हैं।"
जानकारी
सभी को CPR देना आना चाहिए- जेडबेल
जेडबेल को उम्मीद है कि उनकी कहानी दूसरों को CPR देने के तरीके सीखने के लिए प्रेरित कर सकती है क्योंकि इससे किसी की भी जान बचाई जा सकती है। उनका मानना है कि सभी को CPR देना सीखना चाहिए और सभी कार्यस्थलों में डिफिब्रिलेटर होने चाहिए।
सडन कार्डिएक अरेस्ट फाउंडेशन के मुताबिक, हर साल अनुमानित 3.56 लाख अमेरिकी घर या सार्वजनिक रूप से कार्डियक अरेस्ट से पीड़ित होते हैं और इनमें से लगभग 90 प्रतिशत मामले घातक होते हैं।
CPR
न्यूजबाइट्स प्लस
आजकल युवाओं में कार्डियक अरेस्ट के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में सही समय पर CPR देकर उन्हें बचाया जा सकता है।
सबसे पहले अपने एक हाथ के ऊपर दूसरा हाथ रखकर उन्हें मरीज की छाती के बीच में रखें।
इसके बाद अपने शरीर का वजन अपने हाथों पर डालते हुए हर सेकंड में दो बार छाती को पुश करें।
ऐसा करने के बाद 2 बार मरीज को अपने मुंह के जरिए सांस दें। इस प्रक्रिया को लगातार दोहराते रहें।