कैंसर के कारण अपनी जीभ गंवाने वाली महिला ने हाथ के मांस से बनवाई नई जीभ
अमेरिका के राज्य जॉर्जिया की राजधानी अटलांटा की रहने वाली एक महिला को कैंसर के कारण अपनी जीभ कटवानी पड़ी थी, लेकिन डॉक्टरों की मदद से उन्होंने नई जीभ बनवा ली। हालांकि, महिला की नई जीभ ढंग से काम नहीं करती है। उनका कहना है कि वह इसका इस्तेमाल लोगों को जीभ के कैंसर के बारे में शिक्षित करने के लिए करती हैं। आइए इस मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
जेनिफर को ल्यूकोप्लाकिया के कारण हुआ जीभ का कैंसर
52 वर्षीय जेनिफर एलेक्जेंडर नामक महिला जब 37 वर्ष की थीं तब उन्हें पहली बार पता चला था कि उनको स्टेज-1 जीभ का कैंसर है। इस कैंसर का कारण जेनिफर को बार-बार होने वाली ल्यूकोप्लाकिया की बीमारी थी। इससे उनकी जीभ पर एक बड़ा सफेद धब्बा हो गया था और कुछ भी खाने-पीने पर उसमें जलन होती थी। साल 2009 में यह सफेद धब्बा फूल गया था।
साल 2009 में जेनिफर ने पहली बार करवाई थी अपनी जीभ की सर्जरी
सफेद धब्बे के बढ़ने पर जेनिफर की चाची ऐनी उन्हें एक दंत चिकित्सक के पास ले गईं और डॉक्टर ने जीभ देखने के बाद कहा कि यह कैंसर हो सकता है। इसके बाद डॉक्टर ने विशेषज्ञ को बुलाया और तुरंत ही जेनिफर की बायोप्सी की गई, जिससे पुष्टि हो गई कि उन्हें जीभ का कैंसर है। कैंसर की गांठ को हटाने के लिए जेनिफर ने सर्जरी करवाई, लेकिन डॉक्टर उसका कुछ ही हिस्सा निकालने में कामयाब रहे।
3 सर्जरी के बाद जेनिफर ने चौथी सर्जरी में हटवाई अपनी आधी जीभ
कुछ समय बाद साल 2017 और 2019 में जेनिफर का कैंसर लौट आया, फिर उसे हटाने के लिए जेनिफर ने अपनी जीभ की सर्जरी करवाई, लेकिन वह बार-बार सर्जरी करवा-करवाकर परेशान हो गई थीं। इसके बाद जेनिफर ने चौथी सर्जरी में अपनी जीभ का आधा हिस्सा कटवाकर उसके पुनर्निर्माण का विकल्प चुना। इसमें उनकी बाईं बाजू से मांस का एक टुकड़ा निकाला गया और उसे उनकी आधी जीभ के साथ जोड़ा गया।
महज 40 प्रतिशत ही काम करती है जेनिफर की नई जीभ
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, जेनिफर ने बताया कि सर्जरी के बाद उन्हें लगभग 3 महीने तक मुंह से बिना कुछ खाए-पिए और बिना बोले ही रहना पड़ा, वहीं फिर से बोलना सीखने के लिए उन्होंने स्पीच थेरेपी का सहारा लिया। इसके अतिरिक्त जीभ पर अतिरिक्त दबाव डालने से बचने के लिए जेनिफर ने पोषण विशेषज्ञ की सलाह अनुसार अपनी डाइट भी बदली। हालांकि, जेनिफर की नई जीभ 40 प्रतिशत ही ढंग से काम करती है।