कार चला सकती है बिना हाथों और छोटे पैरों वाली यह महिला, 7 साल में सीखा
बिना हाथों और छोटे पैरों के साथ पैदा हुई कनाडा की एक महिला सालों की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार गाड़ी चलाने में सक्षम हो गई हैं। हाल ही में 44 वर्षीय टैली ओसबोर्न को लास वेगास में अपना लाइसेंस मिला गया है और अब वह अपने सपनों की कार एक संशोधित फ्यूशिया मिनी कूपर को चलाने योग्य हो गई हैं। कार चलाने में सक्षम होने की ओसबोर्न की यात्रा लंबी रही, लेकिन अपनी दृढ़ निश्चयता से वह सफल रहीं।
ओसबोर्न ने इस तरह से कार चलाने की शुरूआत की
ओसबोर्न का जन्म मॉन्ट्रियल में हुआ, जबकि उनका पालन-पोषण टोरंटो में हुआ और वयस्क होने पर वह हैमिल्टन चली गई थी, फिर साल 2022 में वह लास वेगास में आकर बस गई। ओसबोर्न ने CBC हैमिल्टन को बताया, "अगर आप सचमुच कुछ हासिल करना चाहते हैं तो आप उसे पूरा कर सकते हैं, फिर चाहे राह में कितनी भी बाधा आए।" उन्होंने कार सीखने की शुरूआत एक व्यावसायिक चिकित्सक के साथ की थी।
ओसबोर्न ने खरीदी थी अपने लिए एक मिनी कूपर कार
कुछ समय बाद ओसबोर्न ने एक लाख डॉलर (लगभग 83 लाख रुपये) की एक मिनी कूपर कार खरीद ली, लेकिन इस कार को खुद के अनुकूल बनाने के लिए ओसबोर्न को काफी पैसे की जरूरत थी। हालांकि, बहुत कोशिश के बाद भी वह पर्याप्त धन नहीं इकट्ठा कर पाईं, फिर उनकी मां ने उन्हें कार को बेचने को कहा। इस बारे में ओसबोर्न ने कहा कि कार को बेचना उनके सपने के टूटने के बराबर था, इसलिए उन्होंने नहीं बेचा।
ओसबोर्न ने कार को खुद के लिए ऐसे बनाया अनुकूल
जब पैसा इकट्ठा करने के सारे साधन बंद होने लगे, फिर ओसबोर्न को वॉर एम्प्स के चाइल्ड एम्प्यूटी प्रोग्राम से फोन आया कि वे शेष राशि का भुगतान करेंगे। इसके बाद ओसबोर्न ने ओंटारियो में एक डीलरशिप कोर्टलैंड मोबिलिटी द्वारा अपनी कार में अपने जरूरत के अनुसार बदलाव करवाएं। कोर्टलैंड मोबिलिटी के प्रबंधक टॉम लैंकेस्टर ने कहा, "ओसबोर्न की कार के लिए उन्हें ऐसे ड्राइविंग उपकरणों की जरूरत पड़ी, जो बहुत विशिष्ट और उनके अनुकूल हो।"
लाइसेंस पाकर बहुत खुश हैं ओसबोर्न
ओसबोर्न ने लाइसेंस पाने के सपने को पूरा करने के लिए काफी मेहनत की और इसका अंदाज उनके इंस्टाग्राम अकाउंट @xretalliatex पर जाकर लगा सकते हैं क्योंकि वह कार सीखने से जुड़ी अपनी यात्रा को इस पर साझा करती रहती थीं। ओसबोर्न का कहना है, "मेरे लिए अपना लाइसेंस पाना बहुत कठिन था, लेकिन अपने सपने को न छोड़ने पर मुझे खुद पर बहुत गर्व है। मैं बहुत खुश हूं।"