वनडे मैचों की संख्या कम करने को लेकर क्यों उठी मांग और इससे क्या होंगे फायदे?
टी-20 के दौर में वनडे क्रिकेट अपनी महत्ता खोता जा रहा है। यही वजह है कि अब वनडे मैचों की संख्या कम करने की मांग जोर पकड़ रही है। मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) की विश्व क्रिकेट समिति (WCC) ने सिफारिश की है कि विश्व कप 2027 के बाद पुरुष वनडे मैचों को कम किया जाना चाहिए। समिति ने विश्व कप से पहले एक वर्ष के भीतर निर्धारित मैचों को छोड़कर द्विपक्षीय वनडे सीरीज समाप्त करने का भी प्रस्ताव दिया है।
मैच की संख्या कम करने से क्या फायदा होगा?
MCC द्वारा इस संबंध में जारी बयान के अनुसार, समिति ने वनडे विश्व कप के बाहर पुरुषों के वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वर्तमान भूमिका पर संदेह जताया है। उन्होंने आगामी वर्षों में पुरुषों के वनडे मैचों में पर्याप्त कटौती की सिफारिश की है। मैचों की संख्या कम करने के पीछे तर्क है कि इससे उनकी गुणवत्ता में वृद्धि होगी। इस उपाय से एक अहम फायदा यह भी होगा कि इससे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर में मूल्यवान स्थान भी खाली हो जाएगा।
आखिर क्यों उठी वनडे मैचों की संख्या कम करने की मांग?
अहम सवाल यह भी है कि आखिर वनडे मैचों की संख्या कम करने की मांग क्यों उठी है? एक सामान्य टी-20 क्रिकेट मैच लगभग 3 घंटे में खत्म हो जाता है तो वहीं एक वनडे मैच में लगभग 8 घंटे का समय लगता है। ऐसे में पूरे 50 ओवर तक दर्शकों को बांधे रख पाना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। छोटी टीमों के मैचों में तो दर्शकों की संख्या और अधिक गिर जाती है।
टेस्ट क्रिकेट के लिए अलग से फंड बनाने का सुझाव
MCC पैनल ने टेस्ट क्रिकेट की सुरक्षा और विकास को बढ़ावा देने के लिए अलग से एक फंड बनाने का भी सुझाव दिया है। समिति ने क्रिकेट बोर्डों के बीच उभरती असमानता पर जोर दिया है। कमेटी ने भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बाहर के देशों में टेस्ट क्रिकेट के अस्तित्व के लिए विशेष चिंता व्यक्त की है। कई देश टेस्ट आयोजन के लिए फंड की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करना आवश्यक है।
महिला क्रिकेट के विकास पर जोर देने का प्रस्ताव
समिति ने महिला क्रिकेट के विकास को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक उपायों का भी प्रस्ताव रखा। ये बात अफगानिस्तान के संदर्भ में कही गई है, जहां महिला क्रिकेट प्रतिबंधित है। समिति ने कहा कि प्रत्येक राष्ट्र को महिला क्रिकेट में निवेश करने और एक महिला टीम को मैदान में उतारने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए। सुझाव के अनुसार महिला क्रिकेट के लिए अलग फंड बनाने की जरूरत है, जिसे आवश्यकता के आधार पर आवंटित किया जा सकता है।
WCC में गांगुली और गोस्वामी भी सदस्य
MCC की WCC में कई दिग्गज क्रिकेटर हैं जो अपने अनुभव से क्रिकेट को संवारने में लगे हैं। वर्तमान में इस समिति का नेतृत्व इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइक गैटिंग कर रहे हैं। इसके अलावा इसमें भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और झूलन गोस्वामी भी अहम स्थान रखते हैं। इतना ही नहीं इस कमेटी में हीथर नाइट, रमीज राजा, जस्टिन लैंगर, ग्रीम स्मिथ और कुमार संगकारा जैसी खेल की बड़ी हस्तियां भी शामिल हैं।