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इंग्लैंड के इन खिलाड़ियों ने टेस्ट में शतक लगाने के साथ-साथ 5 विकेट हॉल लिया
गस एटकिंसन ने श्रीलंका की दूसरी पारी में लिए 5 विकेट (तस्वीर: एक्स/@surreycricket)

इंग्लैंड के इन खिलाड़ियों ने टेस्ट में शतक लगाने के साथ-साथ 5 विकेट हॉल लिया

Sep 02, 2024
10:31 am

क्या है खबर?

इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने सीरीज के दूसरे टेस्ट में श्रीलंका क्रिकेट टीम को 190 रन से हराते हुए सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल की। लॉर्ड्स में खेले गए मुकाबले में मेजबान टीम से गस एटकिंसन ने जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने बल्लेबाजी में शतक लगाने के बाद गेंदबाजी में 5 विकेट हॉल हासिल किया। इस बीच इंग्लैंड की ओर से किसी एक टेस्ट में शतक लगाने के साथ-साथ 5 विकेट हॉल लेने वाले खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं।

प्रदर्शन 

एटकिंसन ने किया जोरदार ऑलराउंड प्रदर्शन

एटकिंसन ने इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान 115 गेंदों पर 118 रन बनाए। उन्होंने अपने टेस्ट करियर के पहले शतक में 14 चौके और 4 छक्के लगाए। गेंदबाजी में उन्होंने श्रीलंका की पहली पारी में 2 विकेट और दूसरी पारी में 5 विकेट हासिल किए। यह उनके युवा टेस्ट करियर का तीसरा 5 विकेट हॉल रहा। उन्होंने अब तक 5 टेस्ट में 18.06 की औसत के साथ 33 विकेट ले लिए हैं।

जानकारी

लॉर्ड्स में ऐसा कारनामा करने वाले तीसरे खिलाड़ी एटकिंसन

एटकिंसन लॉर्ड्स पर शतक लगाने के साथ-साथ 5 विकेट हॉल वाले सिर्फ तीसरे खिलाड़ी बने हैं। इस मैदान पर ये कारनामा भारत के वीनू मांकड़ (1952 में 5/96 और 184 रन) और इंग्लैंड के इयान बॉथम (1978 में 8/34 और 108 रन) कर चुके हैं।

1974  

टोनी ग्रेग

इंग्लैंड की ओर से किसी एक टेस्ट में शतक लगाने के साथ-साथ 5 विकेट हॉल लेने वाले पहले खिलाड़ी टोनी ग्रेग हैं। उन्होंने 1974 में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ ब्रिजटाउन में खेले गए मुकाबले में बल्लेबाजी में 148 रन की शानदार पारी खेली थी। इसके बाद कैरेबियाई टीम की पहली पारी के दौरान 164 रन देते हुए 6 विकेट लिए थे। हालांकि, वो मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।

1978 

इयान बॉथम (5 बार)

इंग्लैंड के दिग्गज ऑलराउंडर रहे बॉथम ने 5 बार ये कारनामा किया था। उन्होंने 1978 में न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ क्राइस्टचर्ज में पहली पारी में 103 रन बनाए थे। दूसरी तरफ गेंदबाजी में उन्होंने 73 रन देते हुए 5 विकेट लिए थे। इसके बाद बॉथम ने 1978 में ही पाकिस्तान (लॉर्ड्स), 1980 में भारत (मुंबई), 1981 में ऑस्ट्रेलिया (हेडिंग्ले) और 1984 में न्यूजीलैंड (वेलिंग्टन) के खिलाफ ये कारनामा किया था।