
वनडे क्रिकेट में बदलेगा 2 गेंदों के इस्तेमाल का नियम, ICC कर रही है विचार
क्या है खबर?
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) वनडे क्रिकेट में 2 नई गेंदों के इस्तेमाल को खत्म करने पर विचार कर रही है। हालांकि, इसे पूरी तरह से खत्म नहीं किया जाएगा।
इस बदलाव का उद्देश्य रिवर्स स्विंग की सुविधा देकर गेंदबाजों का मनोबल बढ़ाना है।
इसी तरह ICC ओवर रेट को नियंत्रित करने के लिए टेस्ट मैचों में इन-गेम क्लॉक शुरू करने और पुरुषों के लिए अंडर-19 विश्व कप को टी-20 प्रारूप में कराने पर भी विचार कर रही है।
बदलाव
क्या बदलाव करने की तैयारी में है ICC?
क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, ICC की क्रिकेट समिति ने वनडे क्रिकेट में 2 गेंदों के इस्तेमाल को सीमित करने की सिफारिश की है।
इसके तहत गेंदबाजी करने वाली टीमें 2 नई गेंदों से शुरुआत तो करेगी, लेकिन 25 ओवर बाद केवल एक गेंद के इस्तेमाल की छूट रहेगी। हालांकि, उसके पास अधिक रिवर्स स्विंग के लिए 2 गेंदों में से एक को चुनने का विकल्प रहेगा।
यह बदलाव वनडे में गेंदबाजों के लिए काफी मददगार साबित होगा।
सिफारिश
क्रिकेट समिति ने क्या दिया है तर्क?
सौरव गांगुली की अध्यक्षता वाली क्रिकेट समिति ने गहन विचार के बाद 2 नई गेंद के इस्तेमाल को सीमित करने की सिफारिश की है।
समिति के अनुसार, पूर्व में सफेद गेंद अक्सर 35वें ओवर तक खराब हो जाती थी और अंपायरों को पारी के बीच में उसे बदलना पड़ता था।
ऐसे में नई सिफारिश के अनुसार, वनडे में 50 ओवर तक इस्तेमाल होने वाली गेंद अधिकतम 37-38 ओवर पुरानी होगी। इससे गेंदबाजों को रिवर्स स्विंग मिल सकेगी।
अन्य
टेस्ट में ओवर रेट के लिए क्या की सिफारिश?
क्रिकेट समिति ने टेस्ट क्रिकेट में भी ओवर रेट बनाए रखने के लिए प्रत्येक ओवर के बीच 60 सेकंड की सीमा रखने की सिफारिश की है।
सीमित ओवर क्रिकेट में पहले से ऐसा किया जा रहा है। इससे मैच को समय पर खत्म करने में मदद मिली है। इस नियम को लाने का उद्देश्य एक दिन में 90 ओवर पूरे कराना है।
इसी तरह पुरुष अंडर-19 विश्व कप को टी-20 प्रारूप में कराने की भी सिफारिश की गई है।