रणजी ट्रॉफी: पृथ्वी शॉ ने असम के खिलाफ लगाया दोहरा शतक
क्या है खबर?
इस समय खेली जा रही रणजी ट्रॉफी 2022-23 में मुंबई के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने दोहरा शतक (240*) लगा लिया है।
उन्होंने असम के खिलाफ खेलते हुए 235 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा किया और अपनी टीम को बड़े स्कोर की ओर अग्रसर कर दिया है।
उनकी पारी की बदौलत मुंबई ने पहले दिन के खेल की समाप्ति तक दो विकेट खोकर 397 रन बना लिए हैं।
पृथ्वी की पारी पर एक नजर डालते हैं।
पारी
पृथ्वी ने की रहाणे के साथ बड़ी साझेदारी
पारी की शुरुआत करने आए पृथ्वी ने तेज गति से बल्लेबाजी की और 107 गेंदों में 15 चौकों और एक छक्के की मदद से फर्स्ट-क्लास करियर का 12वां शतक लगाया।
उन्होंने पहले दिन के खेल की समाप्ति तक 283 गेंदों में नाबाद 240 रन बना लिए हैं। उन्होंने इस बीच 33 चौके और एक छक्का लगा लिया है।
अपनी पारी के दौरान उन्होंने कप्तान अजिंक्य रहाणे (73*) के साथ मिलकर फिलहाल 200 रन की अटूट साझेदारी कर ली है।
लेखा-जोखा
फॉर्म की तलाश कर रहे थे पृथ्वी
इस दोहरे शतक से पहले पृथ्वी ने मौजूदा सीजन में सिर्फ एक अर्धशतक लगाया था। उनके इस सीजन के स्कोर क्रमशः 13, 6, 19, 4, 68, 35 और 15 थे।
इस बीच, मुंबई वर्तमान में सौराष्ट्र के बाद एलीट ग्रुप-B में दूसरे स्थान पर है।
41 बार की रणजी विजेता मुंबई ने अपने पहले दो मैचों में आंध्र प्रदेश और हैदराबाद को हराया।
उन्होंने तमिलनाडु के खिलाफ ड्रा खेला और सौराष्ट्र के विरुद्ध हार झेली थी।
फर्स्ट-क्लास करियर
पृथ्वी ने फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में लगाया अपना दूसरा दोहरा शतक
यह पृथ्वी के अब तक के फर्स्ट-क्लास करियर में दूसरा दोहरा शतक है। इसके अलावा यह उनके घरेलू क्रिकेट में अब तक का सर्वोच्च स्कोर बन गया है।
इससे पहले पृथ्वी ने बड़ौदा के खिलाफ 2019 में 202 रन की बड़ी पारी खेली थी।
उन्होंने 41 फर्स्ट क्लास मैचों में 12 शतक और 15 अर्धशतक की मदद से 3,400 से ज्यादा रन बना लिए हैं।
उन्होंने लिस्ट-A और टी-20 में क्रमशः 2,627 और 2,401 रन बनाए हैं।
रिकॉर्ड
घरेलू क्रिकेट में पृथ्वी के नाम दर्ज हैं ये रिकॉर्ड
पृथ्वी 17 साल की उम्र में दिलीप ट्रॉफी के फाइनल में शतक बनाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे।
उनके नाम रणजी ट्रॉफी इतिहास में (रवि शास्त्री और राजेश बोरा के बाद) तीसरा सबसे तेज दोहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है।
दिलचस्प बात यह है कि पृथ्वी ने 18 साल की उम्र तक पांच प्रथम श्रेणी शतक जड़ दिए थे। इस उम्र में उनसे ज्यादा शतक सिर्फ सचिन तेंदुलकर (7) ने ही लगाए हैं।