यूरो 2020 और कोपा अमेरिका जीतने वाली टीमों को कितनी ईनामी राशि मिली?
बीती रात यूरो 2020 का फाइनल खेला गया जिसमें इटली ने पेनल्टी शूटआउट में इंग्लैंड को हराकर खिताब जीता। इससे पहले रविवार की सुबह अर्जेंटीना ने ब्राजील को 1-0 से हराते हुए 28 साल बाद कोपा अमेरिका का खिताब जीता था। यूरोप और साउथ अमेरिका के सबसे बड़े टूर्नामेंट्स का समापन हो चुका है और लोगों ने इसका जमकर लुत्फ उठाया था। आइए जानते हैं दोनों टूर्नामेंट्स को जीतने वालों को कितनी ईनामी राशि मिली है।
यूरो की विजेता और उपविजेता को मिली ये राशि
यूरो की विजेता टीम के लिए लगभग 88.4 करोड़ और उपविजेता के लिए 61.9 करोड़ रुपये की राशि तय की गई थी। हालांकि, टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने से लेकर प्रति मैच पर अलग से ईनाम तय किए गए थे। इटली ने अपने सभी ग्रुप मुकाबले भी जीते और इसी कारण उन्हें तीन अरब और 62 लाख रुपये मिले हैं। इंग्लैंड ने ग्रुप स्टेज में दो जीत और एक ड्रॉ हासिल किया तो उन्हें दो अरब 63 करोड़ रुपये मिले।
रोनाल्डो ने जीता गोल्डेन बूट, डोनारुम्मा बने 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट'
चेक रिपल्बिक के पैट्रिक शिख और पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने सबसे अधिक पांच-पांच गोल दागे थे। हालांकि, कम समय तक खेलने और एक असिस्ट करने की वजह से रोनाल्डो को टॉप स्कोरर का अवार्ड मिला। चैंपियन इटली के गोलकीपर जियनलुइजी डोनारुम्मा को 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' चुना गया। वह इस अवार्ड को जीतने वाले पहले गोलकीपर बने हैं। स्पेन के 18 वर्षीय खिलाड़ी पेड्री को यंग प्लेयर ऑफ टूर्नामेंट चुना गया है।
कोपा अमेरिका विजेता और उपविजेता को मिली ये राशि
कोपा अमेरिका की कुल ईनामी राशि लगभग एक अरब और 73 करोड़ रुपये थी। विजेता टीम अर्जेंटीना को लगभग 58 करोड़ रुपये की ईनामी राशि मिली है। फाइनल हारने वाली ब्राजील को लगभग 31 करोड़ रुपये का ईनाम मिला है। तीसरे स्थान पर रहने वाली कोलंबिया को लगभग 26.5 करोड़ रुपये मिले हैं। क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय करने वाली टीमों को लगभग 13.5 करोड़ रुपये मिले हैं।
मेसी रहे बेस्ट प्लेयर, मार्टिनेज बने बेस्ट गोलकीपर
अर्जेंटीना के लियोनल मेसी और कोलंबिया के लुइस डियाज ने संयुक्त रूप से सबसे अधिक चार-चार गोल दागे। मेसी ने सबसे अधिक पांच असिस्ट भी किए। मेसी को बेस्ट प्लेयर और टॉप स्कोरर का अवार्ड दिया गया। चैंपियन टीम अर्जेंटीना के ही एमिलियानो मार्टिनेज लीग के बेस्ट गोलकीपर रहे। उन्होंने सबसे अधिक चार क्लीन शीट हासिल किए। अर्जेंटीना पूरे टूर्नामेंट में अजेय रहने वाली इकलौती टीम रही। उन्होंने सात में से पांच मैच जीते और दो ड्रॉ खेले थे।