PCB ने जारी किए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट, पहली बार दिया अलग फॉर्मेट में अलग कॉन्ट्रैक्ट
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने अपने खिलाड़ियों को 2022-23 सीजन के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट दे दिया है। ऐसा पहली बार हुआ है जब लिमिटेड ओवर्स और टेस्ट के लिए खिलाड़ियों को अलग-अलग कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। केवल पांच खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्हें लिमिटेड ओवर्स और टेस्ट दोनों का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। इस बार सात खिलाड़ियों को एमर्जिंग कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में शामिल किया गया है। आइए जानते हैं पूरी खबर।
पांच खिलाड़ियों को दिया गया सभी फॉर्मेट का कॉन्ट्रैक्ट
बाबर आजम, मोहम्मद रिजवान, शाहीन शाह अफरीदी, हसन अली और इमाम उल हक को ही सभी फॉर्मेट का कॉन्ट्रैक्ट मिला है। बाबर, रिजवान और अफरीदी केवल तीन ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें सभी फॉर्मेट में A कैटेगिरी में रखा गया है। टेस्ट के कॉन्ट्रैक्ट में अजहर अली को प्रमोट करके A में भेजा गया है। पूर्व कप्तान सरफराज अहमद को टेस्ट में D कैटेगिरी में रखा गया है और लिमिटेड ओवर्स में उन्हें कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिला है।
मैचफीस में भी हुई है बढ़ोत्तरी
सभी फॉर्मेट में खिलाड़ियों की मैचफीस में भी 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की गई है। इसके अलावा जो खिलाड़ी प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं होंगे उनकी मैचफीस में भी वृद्धि हुई है। प्लेइंग इलेवन से बाहर रहने वाले खिलाड़ियों को मैचफीस का 70 प्रतिशत दिया जाएगा। पहले 50 प्रतिशत ही दिया जाता था। पाकिस्तान के कप्तान के लिए भी एक अलग भत्ते की घोषणा की गई है ताकि अतिरिक्त दबाव झेलने वाला व्यक्ति अतिरिक्त कमाई भी कर सके।
टेस्ट और लिमिटेड ओवर्स कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ी
टेस्ट कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ी: कैटेगिरी A: अजहर अली, बाबर आजम, शाहीन अफरीदी, मोहम्मद रिजवान। कैटेगिरी B: फवाद आलम। कैटेगिरी C: अब्दुल्लाह शफीक, नसीम शाह और नौमान अली। कैटेगिरी D: आबिद अली, सरफराज अहमद, शौद शकील, शान मसूद और यासिर शाह। लिमिटेड ओवर्स कॉन्ट्रैक्ट: कैटेगिरी A: फखर जमान और शादाब खान। कैटेगिरी B: हारिस रौफ। कैटेगिरी C: मोहम्मद नवाज। कैटेगिरी D: आसिफ अली, हैदर अली, खुशदिल शाह, मोहम्मद वसीम जूनियर, शाहनवाज दहानी, उस्मान कादिर और जाहिद मेहमूद।
भारत और इंग्लैंड जैसा बनना चाहता है पाकिस्तान
PCB चेयरमैन रमीज राजा ने टेस्ट और लिमिटेड ओवर्स में अलग-अलग कॉन्ट्रैक्ट देने के पीछे दो मजबूत टीमें बनाने को कारण बताया था। पाकिस्तान कोशिश कर रही है कि वे लिमिटेड ओवर्स में एक अलग मजबूत टीम बना लें और साथ ही एक अलग टेस्ट स्पेशलिस्ट खिलाड़ियों की टीम भी बना लें। पाकिस्तान का लक्ष्य है कि वे आने वाले भविष्य में इंग्लैंड और भारत की तरह एक ही समय पर टेस्ट और लिमिटेड ओवर्स की टीमें उतार सकें।