
जसप्रीत बुमराह का खुलासा, कहा- मलिंगा से नहीं बल्कि खुद से ही सीखा है यॉर्कर डालना
क्या है खबर?
भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह चोट के बाद वापसी करने को तैयार हैं।
बुमराह ने जब से भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया है तब से ही उन्होंने हर फॉर्मेट में अपना जलवा दिखाया है।
बुमराह को सटीक यॉर्कर के साथ ही बेहतरीन लेंथ पर गेंदबाजी करने के लिए जाना जाता है।
माना जाता है कि बुमराह ने मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए मलिंगा से यॉर्कर फेंकना सीखा है, लेकिन ऐसा है नहीं।
आइए जानें बुमराह ने क्या कहा।
शुरुआत
बचपन में मां को परेशान नहीं करने के लिए यॉर्कर फेंकते थे बुमराह
एक इंटरव्यू में बुमराह ने बताया कि बचपन में वह जिस घर में रहते थे वहां बहुत ज़्यादा जगह नहीं थी। इसी वजह से आज भी वह बहुत लंबे रनअप से गेंदबाजी नहीं करते।
उन्होंने बताया कि यदि वह गेंद को पटकते तो दीवार पर लगने के कारण वह दो बार आवाज करती जिससे उनकी मां को परेशानी होती। मां को परेशान नहीं करने के कारण बुमराह दीवार और फ्लोर को मिलाने वाली जगह पर सीधे गेंद फेंकते थे।
बचपन
बुमराह के पास थी रबर गेंद से यॉर्कर फेंकने की कला
बुमराह बचपन में गली क्रिकेट में रबर गेंद से खेलते थे। पिच पर मैच होते नहीं थे तो स्विंग और सीम की तो कोई बात ही नहीं है।
उनका कहना है कि रबर गेंद से हर गेंदबाज की पिटाई होती है और इससे बचने के लिए गेंदबाज को फुल लेंथ पर हिट करना होता है।
बुमराह ने स्ट्रीट क्रिकेट में यॉर्कर फेंकते हुए ही खुद को स्मार्ट क्रिकेटर बना लिया था।
लसिथ मलिंगा
मलिंगा ने केवल परिस्थितियों से निपटना सिखाया- बुमराह
बुमराह ने कहा कि बहुत से लोगों को लगता है कि मलिंगा ने उन्हें यॉर्कर फेंकना सिखाया है, लेकिन यह सच नहीं है।
उन्होंने आगे कहा, "उन्होंने मुझे फील्ड पर कुछ नहीं सिखाया है। मैंने उनसे केवल एक चीज सीखी है और वह है दिमाग। कैसे हर तरह की परिस्थितियों से निपटना है। कैसे गुस्सा नहीं होना है। कैसे किसी बल्लेबाज के लिए प्लान तैयार करना है।"
शिक्षा
खुद से ही खुद को शिक्षा देते हैं बुमराह
बुमराह के पास भले ही गेंदबाजी कोच भरत अरुण के अलावा साथी गेंदबाज ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार के साथ मुंबई इंडियंस की कोचिंग टीम है, लेकिन वह खुद के टीचर हैं।
उन्होंने कहा, "मैदान पर सारी चीजें मुझे खुद करनी होती हैं और इसी कारण मैं खुद ही खुद को आंकता रहता हूं। मैं वीडियो देखता रहता हूं और अपनी कमियों को लगातार दूर करता रहता हूं।"
प्रदर्शन
डेथ ओवर्स में कमाल की गेंदबाजी करते हैं बुमराह
बुमराह को डेथ ओवर्स में ज़्यादातर इस्तेमाल किया जाता है। शुरुआत में उनसे एक स्पेल कराने के बाद उन्हें अंतिम ओवरों के लिए रोका जाता है।
डेथ ओवर्स में जहां गेंदबाजों की पिटाई होती है वहां बुमराह अपने यॉर्कर की बदौलत न सिर्फ रन रोकते हैं बल्कि विकेट भी निकालते हैं।
58 वनडे खेल चुके बुमराह की इकॉनमी 4.49 की है तो वहीं टी-20 में उनकी इकॉनमी 6.71 की है।