पृथ्वी शॉ की बैन के बाद जबरदस्त वापसी, लगाया फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में अपना पहला दोहरा शतक
डोपिंग के कारण लगभग चार महीने मैदान से दूर रहने वाले पृथ्वी शॉ ने दमदार तरीके से अपनी वापसी की है। शॉ ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में कुछ अच्छी पारियां खेलने के बाद न्यूजीलैंड दौरे के लिए भी अपना ऑडीशन देना शुरु कर दिया है। दरअसल शॉ ने मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में बड़ौदा के खिलाफ दोहरा शतक जड़ दिया है। फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में यह शॉ का पहला दोहरा शतक है।
धुंआधार अंदाज में बनाया दोहरा शतक
शॉ ने बड़ौदा के खिलाफ धुंआधार बल्लेबाजी की और पहली पारी में 62 गेंदों में 66 रन बनाने के बाद दूसरी पारी में 179 गेंदों में 202 रन बनाए। उन्होंने 174 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा कर रणजी ट्रॉफी का तीसरा सबसे तेज दोहरा शतक लगाया। भार्गव भट्ट की गेंद पर कैचआउट होने से पहले शॉ ने 19 चौकों और सात छक्के लगाए। शॉ ने इस दौरान अपना शतक मात्र 84 गेंदों में ही पूरा कर लिया था।
शॉ पर लगा था आठ महीने का प्रतिबंध
इसी साल फरवरी में शॉ का यूरिन सैंपल लिया गया था। जांच में पाया गया कि उन्होंने प्रतिबंधित टर्बूटालीन का सेवन किया है। शॉ ने स्वीकार किया था कि उन्होंने एक कफ सीरप पिया था। भले ही यह अनजाने में हुआ था, लेकिन शॉ पर आठ महीने का प्रतिबंध लगाया गया। 30 जुलाई से लेकर 16 नवंबर तक शॉ मैदान से दूर रहे थे और उन्होंने 17 नवंबर को मुंबई के लिए मैच खेला था।
शॉ ने बताया कि वह अपना 2.0 वर्जन लाएंगे
नौ नवंबर को अपने जन्मदिन के दिन शॉ ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था। उस वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा था, "आज मैं 20 साल का हो गया। आपको भरोसा दिलाता हूं कि आगे आप शॉ वर्जन 2.0 देखेंगे।"
शानदार रहा है शॉ का 2.0 वर्जन
शॉ ने अपने वीडियो में जो संदेश दिया था उसे मैदान पर भी सही साबित कर रहे हैं। डोप बैन के बाद वापसी करने वाले शॉ का प्रदर्शन वाकई काबिलेतारीफ रहा है। 17 नवंबर को अपने पहले मैच में ही शॉ ने असम के खिलाफ धुंआधार 63 रनों की पारी खेली। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने पांच मैचों में तीन अर्धशतक लगाए तो वहीं दो मैचों में 30-30 रनों की पारी खेली।