रणजी ट्रॉफी में कितनी होती है खिलाड़ियों की कमाई? जानें पूरी सैलरी
रणजी ट्रॉफी भारत के सबसे पुराने घरेलू टूर्नामेंट्स में से एक है। हर साल इसमें सैकड़ों खिलाड़ी अपना टैलेंट दिखाने के लिए खेलते हैं और भारतीय टीम में आने के लिए यहां किया गया प्रदर्शन सबसे अहम होता है। घरेलू क्रिकेट में खेलने के लिए खिलाड़ियों को आज के समय में अच्छी रकम मिलती है और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) लगातार इस पर ध्यान भी देती रहती है। आइए जानते हैं रणजी में खिलाड़ियों को कितने पैसे मिलते हैं।
रणजी में इतनी होती है खिलाड़ियों की कमाई
रणजी ट्रॉफी में खिलाड़ियों दिन के हिसाब से सैलरी दी जाती है। वर्तमान सीजन में खिलाड़ियों को एक दिन के लिए 40,000 रूपये की सैलरी मिलती है। पिछले सीजन तक यह 35,000 रूपये थी और इस सीजन की शुरुआत से पहले ही सैलरी बढ़ाई गई है। खिलाड़ियों को सीजन में 20 मैच के बाद हर मैच के लिए 50,000 रुपये प्रतिदिन तो वहीं 40 से अधिक मुकाबले खेलने वाले खिलाड़ी को प्रतिदिन 60,000 रुपये मिलेंगे।
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जिन खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिलती और वे बेंच पर बैठे रहते हैं उन्हें भी अच्छी रकम मिल रही है। बेंच पर बैठे खिलाड़ियों को 20,000 रुपये प्रतिदिन मिलते हैं। 20 से अधिक मैचों के बाद उनकी राशि भी बढ़ जाती है।
इस सीजन फाइनल तक जाने वाली टीम के खिलाड़ियों ने कितनी कमाई की?
रणजी ट्रॉफी में लीग चरण के मुकाबला चार दिवसीय होते हैं तो वहीं नॉकआउट मुकाबले पांच दिनों के होते हैं। इस सीजन 32 टीमों को आठ एलीट ग्रुप्स में तो वहीं छह टीमों को प्लेट ग्रुप में रखा गया था। एलीट ग्रुप से फाइनल में पहुंचने वाली मुंबई ने इस सीजन कुल छह मुकाबले खेले। मुंबई के जिस खिलाड़ी ने सभी मैच खेले होंगे उसकी कुल कमाई लगभग 11 लाख रुपये हुई है।
2020-21 सीजन के लिए खिलाड़ियों को मिला था मुआवजा
कोरोना वायरस के कारण 2020-21 सीजन में रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो सका था। बोर्ड ने बाद में घोषणा की थी कि 2019-20 सीजन में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों को 2020-21 सीजन के लिए मैचफीस का 50 प्रतिशत मुआवजा दिया जाएगा। पिछले सीजन बॉयो-सेक्योर वातावरण में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी का ही आयोजन कराया जा सका था। इस बार पूरा घरेलू सीजन खेला जा रहा है।
किन टीमों ने बनाई इस सीजन के नॉकआउट में जगह?
बंगाल, झारखंड, मुंबई, उत्तराखंड, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, पंजाब और मध्य प्रदेश ने इस सीजन के नॉकआउट में जगह बनाई थी।पहले क्वार्टरफाइनल ड्रॉ रहा था, लेकिन बंगाल ने सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। इसके बाद मुंबई, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश ने भी सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। मध्य प्रदेश ने बंगाल को हराकर और मुंबई ने उत्तर प्रदेश के खिलाफ ड्रॉ खेलकर फाइनल में जगह बनाई थी। फाइनल मुकाबला अभी खेला जा रहा है।
ऐज ग्रुप के खिलाड़ियों की राशि में भी हुई है बढ़ोत्तरी
अंडर-23 खिलाड़ियों को चार-दिवसीय मैच के लिए 70,000 रूपये दिए जाते थे। अब उन्हें चार दिवसीय मैच के लिए एक लाख रूपये मिल रहे हैं। अंडर-19 खिलाड़ियों को प्रतिदिन मिलने वाली राशि 10,500 से बढ़ाकर 20,000 रुपये प्रतिदिन कर दी गई है।