इंग्लैंड खेलेगी अपना 1,000वां फुटबॉल मैच, जानें टीम के कुछ प्रमुख आंकड़े
मोंटेनेग्रो के खिलाफ इंग्लैंड का होने वाला यूरो 2020 क्वालीफायर काफी सुर्खियों में है क्योंकि इसके पहले ही दो इंग्लिश खिलाड़ी रहीम स्टर्लिंग और जो गोमेज़ आपस में क्लब मैच के दौरान भिड़ चुके हैं। हालांकि, यह मैच इंग्लैंड के लिए ऐतिहासिक होने वाला है क्योंकि यह उनका 1,000वां इंटरनेशनल मुकाबला होगा। इस ऐतिहासिक मैच से पहले जानते हैं इंग्लिश टीम से जुड़े कुछ प्रमुख आंकड़े।
1872 में इंग्लैंड ने खेला अपना पहला मैच
30 नवंबर, 1872 को इंग्लैंड ने स्कॉटलैंड के खिलाफ अपना पहला मुकाबला खेला था। यह मुकाबला गोलरहित ड्रॉ रहा था। इंग्लैंड ने अब तक खेले 999 मुकाबलों में से 568 में जीत हासिल की है। 31 जुलाई, 1882 को टीम ने आयरलैंड के खिलाफ 13-0 की जीत हासिल की थी जो उनके इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी जीत है। 1954 में हंगरी ने इंग्लैंड 7-1 से हराया था जो उनकी सबसे बड़ी हार है।
इंग्लैंड के लिए खेल चुके हैं 1,244 खिलाड़ी
इंग्लैंड को अब तक 1,244 खिलाड़ी इंटरनेशनल लेवल पर रिप्रजेंट कर चुके हैं। अब तक इंग्लैंड के लिए खेले कुल खिलाड़ियों में से केवल नौ खिलाड़ी ही 100 से ज़्यादा मुकाबले खेल सके हैं। कई खिलाड़ियों का भाग्य अच्छा नहीं रहा और वे इंग्लिश टीम के लिए केवल एक ही मैच खेल सके। 356 खिलाड़ी ऐसे रहे हैं जो इंग्लैंड के लिए केवल एक ही मुकाबला खेल सके हैं।
इंग्लैंड के लिए सबसे ज़्यादा मैच और गोल
इंग्लैंड के लिए सबसे ज़्यादा मुकाबले खेलने का रिकॉर्ड गोलकीपर पीटर शिल्टन (125) के नाम दर्ज हैं। वेन रूनी (120) इंग्लैंड के लिए दूसरे सबसे ज़्यादा मुकाबले खेलने वाले खिलाड़ी हैं। इसके अलावा रूनी (53) इंग्लैंड के लिए सबसे ज़्यादा गोल दागने वाले खिलाड़ी भी हैं। बॉबी चार्ल्टन (49) इंग्लैंड के लिए दूसरे सबसे ज़्यादा गोल दागने वाले खिलाड़ी हैं।
टीम का सबसे युवा खिलाड़ी और गोलस्कोरर
17 साल और 75 दिन की उम्र में खेलने वाले थियो वाल्कट इंग्लैंड के सबसे युवा खिलाड़ी हैं। 17 साल और 317 दिन की उम्र में गोल दागने वाले रूनी इंग्लैंड के सबसे युवा गोलस्कोरर हैं।
टीम के मैनेजर्स के बारे में अहम जानकारी
वाल्टर विंटरबॉटम को 1946 में इंग्लैंड का पहला मैनेजर नियुक्त किया गया था और उससे पहले टीम का सिलेक्शन एक कमेटी द्वारा किया जाता था। वह रिकॉर्ड 16 सालों तक टीम के मैनेजर रहे थे। इंग्लैंड के पास 19 स्थाई मैनेजर रहे हैं जिसमें विंटरबॉटम (139) ने सबसे ज़्यादा और सैम एलार्डिस (1) ने सबसे कम मैचों में टीम को मैनेज किया है। फैबियो कपेलो और स्वेन-गोरान एरिकसन ही ब्रिटिश नागरिक नहीं होते हुए भी इंग्लैंड को मैनेज कर सके।