एक बेटी की मां जिलना ने फेडरेशन कप में 100 मीटर दौड़ में सिल्वर मेडल जीता

फेडरेशन कप में महिलाओं की 100 मीटर स्पर्धा में जिलना एमवी ने रजत पदक जीता। बीते रविवार को हुई प्रतियोगिता में 24 वर्षीय जिलना दुती चंद के बाद दूसरे स्थान पर रही। केरल की स्प्रिंटर जिलना के लिए यह पदक इसलिए भी खास रहा क्योंकि वह 18 महीने की बच्ची की मां हैं और कड़ी ट्रेनिंग के चलते पिछले आठ महीने में अपनी बच्ची से केवल एक बार मिल सकी हैं।
जिलना ने निर्णायक दौड़ को 11.63 सेकेंड के समय के साथ पूरा किया और रजत पदक अपने नाम किया। यह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (पर्सनल बेस्ट) हो गया है। वहीं स्टार स्प्रिंटर और 100 मीटर की राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक दुती चंद ने 11.49 सेकेंड के साथ स्वर्ण पदक जीता। इनके अलावा इस प्रतियोगिता का कांस्य पदक एन एस सिम्मी के खाते में गया, जिन्होंने 11.71 सेकेंड का समय निकाला।
जिलना, केरल के कोल्लम में अपनी ट्रेनिंग करती हैं और पलक्कड़ में उनके पति और बेटी रहती हैं। यूं तो कोल्लम से पलक्कड़ की दूरी सड़क मार्ग से सात घंटे में तय हो जाती है लेकिन वह अपने घर जाने से परहेज करती हैं। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक अपनी बेटी से दूर रहने को लेकर उन्होंने कहा, "अपने बच्चे से दूर रहना बुरा लगता है, लेकिन अगर मैं एक दिन के लिए भी जाती हूं, तो मेरी ट्रेनिंग प्रभावित होगी।"
जिलना अपनी बच्ची के जन्म के बाद से पहली बार प्रतियोगिता में वापस लौटी हैं। मां बनने के बाद दोबारा से मैदान में वापसी करना उनके लिए कठिन रहा है। उन्होंने अपनी चुनौती के बारे में बताया, "मैंने बच्ची के जन्म के बाद वापस आने के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत की है। मैं अपने जुनून और परिवार के लिए खेल कर रही हूं इसलिए यह एक चुनौती है जिसे मुझे सहन करना होगा।"
गर्भावस्था और प्रसव के दौरान जिलना का आठ किलोग्राम वजन कम हो गया था और वह बेहद कमजोर हो गई थी। इस बारे में उन्होंने बताया, "मैं एक छड़ी की तरह हो गई थी। खेलों से ब्रेक लेने से मेरी कोर मसल्स भी कमजोर हो गईं थी। बच्चे के जन्म के कुछ महीनों बाद मैं हल्की ड्रिल के लिए मैदान पर लौट आई। मैं अपने घुटने भी नहीं उठा सकता थी। यह मेरे लिए परीक्षा का समय था।"
भले ही जिलना की अच्छी वापसी रही हो और उन्होंने अपने प्रदर्शन में सुधार भी किया है, लेकिन उनकी नजरें इंटर-स्टेट मीट में अपने समय को और बेहतर करने पर होगी। वह एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों के लिए क्वालीफाई करना चाहेगी। जिलाना को अपने स्तर में काफी सुधार करना होगा क्योंकि राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भारतीय एथलेटिक्स महासंघ द्वारा निर्धारित योग्यता 11.31 सेकेंड और एशियाई खेलों के लिए 11.36 सेकेंड है।