राष्ट्रमंडल खेल 2022 में स्वर्ण पदक जीतने वाले अचिंता शुली कौन हैं?
क्या है खबर?
बर्मिंघम में जारी राष्ट्रमंडल खेल (CWG) 2022 में बीते रविवार को भारोत्तोलन में अचिंता शुली ने भारत की झोली में एक और स्वर्ण पदक डाला।
अचिंता ने पुरुषों के 73 किलो फाइनल के स्नैच में 143 किलो और क्लीन एंड जर्क में 170 किलो भार उठाकर स्वर्ण पदक हासिल किया। उन्होंने राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारत के लिए छठा पदक जीता।
उनके अब तक के सफर के बारे में जानते हैं।
प्रदर्शन
गेम्स रिकॉर्ड के साथ अचिंता ने जीता गोल्ड
स्नैच के पहले प्रयास में अचिंता शुली ने 137 किलो का भार उठाया था जो सबसे अधिक था, लेकिन उन्होंने अगले दो प्रयास में और बेहतर किया। अचिंता ने पहले 140 और फिर 143 किलो का भार उठाते हुए गेम्स रिकॉर्ड बनाया।
क्लीन एंड जर्क के पहले प्रयास में 166 किलो उठाने के बाद दूसरे प्रयास में वह 170 किलो नहीं उठा पाए। हालांकि, तीसरे प्रयास में 170 उठाकर उन्होंने 313 किलो के साथ गेम्स रिकॉर्ड बनाया।
परिचय
कौन हैं अचिंता शुली?
अचिंता का जन्म पश्चिम बंगाल के हावड़ा में 24 नवंबर 2001 को हुआ।
उनके दिवंगत पिता कस्बे में मजदूरी का काम करते थे। छोटी उम्र में ही पिता की मृत्यु के बाद उनका बचपन बेहद गरीबी में बीता। उन्होंने दर्जी का काम करके आर्थिक मोर्चे की लड़ाई लड़ी।
उनके भाई अलोक ने उन्हें भारोत्तोलन के लिए प्रेरित किया, जिसके बाद अचिंता ने भारोत्तोलन प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू किया और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
समर्थन
मुश्किल हालातों में भी मिला परिवार का समर्थन
अचिंता को सफल बनाने में उनके परिवार ने गरीबी में भी पूरा समर्थन दिया है।
उनके भाई आलोक ने 'द ब्रिज' को बताया, "मैंने 2011-12 में अचिंता को भारोत्तोलन में खेलने के लिए मना लिया। 2013 में गुवाहटी में हुए नेशनल्स में हम दोनों भाईयों ने हिस्सा लिया, जिसमें अचिंता चौथे और मैं छठे स्थान पर रहा। पापा के देहांत के बाद मुझे खेल आगे जारी रखना मुश्किल हो गया था।"
जानकारी
आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट से जुड़े अचिंता
अचिंता 2018 में आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट (ASI) में शामिल हो गए। वह उसी साल भारतीय राष्ट्रीय शिविर में भी चले गए। बाद के सालों में अचिंता ने ASI में प्रशिक्षण जारी रखा और भारोत्तोलन में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। वह राष्ट्रीय शिविर में बने हुए हैं।
उपलब्धियां
अचिंता की उपलब्धियों पर एक नजर
पिछले कुछ सालों में 20 वर्षीय अचिंता ने भारोत्तोलन में ऊंचाइयों को छुआ है। उन्होंने 2019 में राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था।
2021 में उन्होंने जूनियर विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल किया। उसी साल उन्होंने राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में फिर स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। पुरुषों की 73 किलो स्पर्धा में अचिंता ने कुल 316 किलो वजन को सफलतापूर्वक उठाया था।