#SportsHeroesOfIndia: जानिए, कैसे ओलंपिक में पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला बनीं कर्णम मल्लेश्वरी
क्या है खबर?
किसी भी खिलाड़ी द्वारा ओलंपिक पदक जीतना सबसे बड़ी सफलता होती है। खास तौर से यदि आप भारत के खिलाड़ी हैं तो फिर यह सफलता और भी बड़ी मानी जाती है।
कर्णम मल्लेश्वरी ने यह सफलता 2000 में सिडनी में हुए ओलंपिक खेलों में हासिल की थी। उनका पदक इसलिए बड़ा था क्योंकि वह ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला थीं।
जानें भारोत्तोलन में भारत को कांस्य पदक दिलाने वाली मल्लेश्वरी के जीवन से जुड़ी रोचक बातें।
बचपन
शुरुआत में कोच ने कर दिया था रिजेक्ट
मल्लेश्वरी का बचपन आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में बीता। वह पास के सरकारी स्कूल में पढ़ने जाती थीं।
उनके स्कूल में खेल-कूद को काफी बढ़ावा दिया जाता था और स्कूल खत्म होने से आधे घंटे पहले सभी बच्चों को कोई भी खेल खेलना होता था।
मल्लेश्वरी को भारोत्तोलन में जाने का शौक लगा तो उन्होंने पास के ज़िम में इसके बारे में बोला। ज़िम के कोच ने, 'तुम इस खेल के लायक नहीं हो' कहते हुए उन्हें रिजेक्ट कर दिया।
ट्रेनिंग
बंद पड़े ज़िम को खोलकर शुरु की ट्रेनिंग
मल्लेश्वरी ने मात्र 12 साल की उम्र में ही ट्रेनिंग शुरु कर दी थी। जब ज़िम के कोच ने उन्हें दुबला-पतला बताकर रिजेक्ट कर दिया तो उनको यह बात चुभ गई।
उन्होंने अपने साथ पढ़ने वाली लड़की से उसके पिता के बंद पड़े ज़िम की चाबी मांगी और फिर दोनों ने ट्रेनिंग शुरु कर दी।
भले ही यह सब केवल मजाक-मजाक में शुरु हुआ था लेकिन इस नींव ने आगे जाकर बहुत बड़ा इतिहास रचा।
नेशनल एकेडमी
गई थीं ट्रॉयल देखने, खुद हो गई सिलेक्ट
अपनी बहन के ट्रॉयल को देखने के लिए मल्लेश्वरी बेंगलुरु के नेशनल एकेडमी गई हुई थीं और वह बड़े ध्यान के साथ उनकी परफॉर्मेंस को देख रही थीं।
नेशनल एकेडमी के कोच ने उन्हेें देखा और उनके पास आकर पूछे कि तुम्हें इसके बारे में कुछ पता है तो मल्लेश्वरी ने अपने वजन से ज़्यादा वजन उठाकर दिखा दिया।
फिर क्या था, कोच ने सीधा जाकर एकेडमी इंचार्ज को बोला कि यह लड़की उन्हें नेशनल कैंप के लिए चाहिए।
जानकारी
पद्मश्री से नवाजित हो चुकी हैं मल्लेश्वरी
मल्लेश्वरी को 1995 में भारत का सबसे बड़ा खेल अवार्ड 'राजीव गांधी खेल रत्न' दिया गया था। इसके अलावा 1999 में ही उन्हें भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'पद्मश्री' से भी नवाजित किया गया था।
2000 ओलंपिक
ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला
2000 में सिडनी ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली मल्लेश्वरी भारत की पहली ओलंपिक पदक विजेता महिला हैं। हालांकि, उनके पास स्वर्ण जीतने का मौका था।
पहली बार 69 किलोवर्ग में भाग ले रही मल्लेश्वरी आखिरी लिफ्ट में 132 या 135 किलोग्राम उठाकर भी स्वर्ण जीत सकती थीं लेकिन उनके कोच ने उन्हें 137 किलोग्राम का भार उठाने को कहा।
मल्लेश्वरी के हाथ से भार गिर गया और इसी के साथ उनके हाथ में स्वर्ण पदक भी आते-आते रह गया।