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कौन हैं राष्ट्रमंडल खेलों में सिल्वर मेडल जीतने वाले भारतीय भारोत्तोलक संकेत महादेव सरगर?
21 साल की उम्र में ही संकेत महादेव सरगर ने रचा इतिहास

कौन हैं राष्ट्रमंडल खेलों में सिल्वर मेडल जीतने वाले भारतीय भारोत्तोलक संकेत महादेव सरगर?

लेखन Neeraj Pandey
Jul 30, 2022
05:02 pm

क्या है खबर?

21 साल के संकेत महादेव सरगर ने राष्ट्रमंडल खेल 2022 में इतिहास रच दिया है। संकेत ने 55 किलोग्राम भारवर्ग में सिल्वर मेडल जीता है और भारत को इस बार के इवेंट में पहला मेडल दिलाया है। संकेत का भारोत्तोलन में सफर काफी शानदार रहा है और शुरुआत से ही वह रिकॉर्ड बनाते आ रहे हैं। आइए जानते हैं संकेत के जीवन से जुड़ी कुछ जरूरी बातें।

शुरुआत

13 साल की उम्र से भारोत्तोलन कर रहे हैं संकेत

संकेत महाराष्ट्र के सांगली के रहने वाले हैं और इस जगह को भारोत्तलकों के लिए ही जाना जाता है। सांगली के अन्य लड़कों की तरह संकेत के पास भी खेल के तौर पर भारोत्तोलन को चुनना सबसे आसान विकल्प था। पान की दुकान चलाने वाले पिता के बेटे संकेत ने 13 साल की उम्र में ही इस खेल को अपना लिया था और खेलो इंडिया गेम्स के द्वारा उन्हें बेहतरीन प्लेटफॉर्म मिला।

2020

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में संकेत ने बनाया है नेशनल रिकॉर्ड

कोल्हापुर के शिवाजी यूनिवर्सिटी के छात्र संकेत ने फरवरी 2020 में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में नेशनल रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने 244 किलो का भार उठाते हुए नेशनल रिकॉर्ड बनाया था और गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। इस प्रतियोगिता के शुरु होने से पहले उनके वजन 1.7 किलोग्राम अधिक था जिसे उन्होंने कड़ी मेहनत करके घटाया था। उन्होंने कई दिनों तक उबला खाना खाया था और पानी भी सीमित मात्रा में पिया था।

जानकारी

न्यूजबाइट्स प्लस

2021 में हुए कॉमनवेल्थ सीनियर चैंपियनशिप में उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था। इस दौरान उन्होंने 113 किलो का भार स्नैच में उठाया था और स्नैच में नेशनल रिकॉर्ड अपने नाम किया था।

राष्ट्रमंडल खेल 2022

चोट के कारण संकेत के हाथों से फिसला गोल्ड

संकेत ने राष्ट्रमंडल खेल 2022 में स्नैच में सबसे अधिक 113 किलो का भार उठाया था और क्लीन एंड जर्क में भी वह 135 किलो का भार उठाकर आगे चल रहे थे। हालांकि, दूसरे प्रयास में वह चोटिल हो गए। चोटिल होने के बावजूद उन्होंने तीसरे प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पाए। आखिरी प्रयास में मलेशिया के एथलीट ने 142 किलो का भार उठाते हुए संकेत को एक किलो से पीछे कर दिया और गोल्ड जीत लिया।