
राष्ट्रमंडल खेल 2026 के आयोजन से ऑस्ट्रेलिया ने किया इनकार, जानिए क्या है कारण
क्या है खबर?
साल 2026 में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले राष्ट्रमंडल खेल के आयोजन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है।
ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरिया सरकार ने बजट बढ़ने के कारण खेल की मेजबानी से इनकार कर दिया है।
राज्य के प्रमुख डेनियल एंड्रयूज ने बताया कि खेलों के आयोजन के लिए प्रारंभिक अनुमानित 200 करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर की आवश्यकता थी। अब ये बढ़कर लगभग 700 करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर हो गई है जो कि बहुत अधिक है।
समाधान
फेडरेशन ने क्या कहा?
राष्ट्रमंड खेल के फेडरेशन ने इस फैसले को निराशा वाला बताया है। फेडरेशन के अनुसार सरकार ने ऐसा फैसला लेने से पहले कोई जानकारी नहीं दी।
जून में जब बैठक हुई थी तब सरकार की ओर से 200 करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का बजट बताया गया था। अब वह इसे 2 गुणा से ज्यादा बता रहे हैं।
फेडरेशन का कहना है कि वह खिलाड़ियों के हितों को ध्यान में रखते हुए विकल्पों की तलाश करेगी और जल्द समाधान निकालेगी।
मेजबान
5 बार ऑस्ट्रेलिया राष्ट्रमंडल खेलों का कर चुका है आयोजन
ऑस्ट्रेलिया 5 बार राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी कर चुका है। साल 2006 में विक्टोरिया के मेलबर्न में इसका आयोजन किया गया था।
इसके अलावा 1938 में सिडनी, 1962 में पर्थ, 1982 में ब्रिसबेन और 2018 में गोल्ड कोस्ट में राष्ट्रमंडल खेल हो चुके हैं।
पिछली बार साल 2022 में राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन इंग्लैंड के बर्मिंघम शहर में किया गया था।
भारत में इस खेल का आयोजन सिर्फ 1 बार साल 2010 में हुआ था।
खिलाड़ी
लगभग 5,000 से अधिक खिलाड़ी लेंगे भाग
साल 2026 के राष्ट्रमंडल खेलों में 54 देश के 5,000 से अधिक खिलाड़ी शामिल होने वाले हैं।
साल 2022 के खेलों में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा था और वह चौथे स्थान पर रहे थे।
भारत ने सबसे ज्यादा कुश्ती में कुल 12 पदक जीते थे। देश ने 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य सहित कुल 61 पदक जीते थे।
ऑस्ट्रेलिया 67 स्वर्ण सहित 179 पदकों के साथ पहले स्थान पर था।
इतिहास
क्या है राष्ट्रमंडल खेल का इतिहास?
जॉन एश्ले कूपर ने साल 1891 में सबसे पहले ऐसे खेल के आयोजन का सुझाव दिया था, जिसे 4 साल में एक बार कराया जाए।
उनका मानना था कि खेलों से आपसी सौहार्द बढ़ता है और लोग करीब आते हैं।
साल 1930 में पहली बार खेलों का आयोजन हुआ जिसे ब्रिटिश एंपायर गेम्स के नाम से जाना गया। इसमें 11 देशों के 400 से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था।
1978 में इन खेलों को कॉमनवेल्थ गेम्स का नाम मिला।