ऑस्ट्रेलिया: ब्रिस्बेन में मंदिर को पहुंचाया गया नुकसान, खालिस्तानी समर्थकों का हाथ होने का शक
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में स्थित एक मंदिर को नुकसान पहुंचाने का मामला सामने आया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, खालिस्तानी समर्थकों ने कथित तौर पर दक्षिणी ब्रिस्बेन के बरबैंक उपनगर में स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिख दिए।
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया में पिछले दो महीनों में हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाने और खालिस्तान के समर्थन में और भारत विरोधी नारे लिखे जाने की यह चौथी घटना है।
बयान
मंदिर के पुजारी और लोगों ने दी थी सूचना
मंदिर के अध्यक्ष सतिंदर शुक्ला ने द ऑस्ट्रेलिया टुडे को बताया कि मंदिर में पूजा करने के लिए पहुंचे पुजारी और लोगों ने फोन कर मंदिर की चारदीवारी को पहुंचे नुकसान के बारे में जानकारी दी थी।
उन्होंने कहा कि मंदिर की प्रबंधन समिति पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद एक विस्तृत बयान जारी करेगी।
वहीं एक स्थानीय निवासी ने कहा कि हिंदू मंदिरों के खिलाफ जारी नफरत का माहौल बेहद दुखद अनुभव है।
बयान
घटना के पीछे हो सकता है SFJ का हाथ
ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मानवाधिकरों की निदेशक सारा एल गेट्स ने कहा कि सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ऑस्ट्रेलियाई हिंदुओं को डराने के लिए इस तरह के कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि संगठन खबरों में बने रहने के लिए इस तरह की हरकतें करने की कोशिश करता रहता है।
गौरतलब है कि जनवरी की शुरुआत में मेलबर्न के मिल पार्क में स्थित स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर भी भारत विरोधी और खालिस्तान के समर्थन वाले नारे लिखे गए थे।
घटना
मेलबर्न के इस्कॉन मंदिर में लिखे गए थे भारत विरोधी नारे
बता दें कि जनवरी में मेलबर्न स्थित अल्बर्ट पार्क स्थित इस्कॉन मंदिर को निशाना बनाया गया था।
मंदिर की दीवारों पर 'हिंदुस्तान मुर्दाबाद, 'खालिस्तान जिंदाबाद' और नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लिखे गए थे। इसके साथ ही ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान मारे गए आतंकवादी भिंडरावाले की प्रशंसा करते हुए उसको शहीद बताया गया है।
भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायोग ने इसकी निंदा करते हुए कि मामले की जांच करने की बात कही थी।
घटना
कनाडा में भी सामने आ चुके हैं ऐसे ही मामले
पिछले साल सितंबर में कनाडा के टोरंटो में भी BAPS संस्था के स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर भारत के विरोध में और खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे गए थे। घटना का वीडियो सामने आने के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर नाराजगी जताई थी।
हालांकि, किसी भी संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली थी।
कनाडा के भारतीय उच्चायोग ने इस घटना पर आपत्ति जताते हुए कनाडा से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी।
संगठन
क्या है सिख फॉर जस्टिस?
SFJ एक खालिस्तानी संगठन है, जो सिखों के लिए अलग देश की मांग करता है। इसका मुख्यालय अमेरिका के न्यूयॉर्क में है और ये कनाडा में सबसे अधिक सक्रिय है।
भारत में उस पर किसान आंदोलन के बहाने खालिस्तानी विचारों और हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप है।
26 जनवरी, 2021 को लाल किले पर हुई हिंसा में भी SFJ का नाम आया था। उसे गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकी संगठन घोषित किया जा चुका है।