
नासा SPHEREx से पहले ये बड़े टेलिस्कोप कर चुकी है लॉन्च
क्या है खबर?
अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बीते दिन स्पेस-X की मदद से SPHEREx मिशन को लॉन्च किया है।
SPHEREx एक अंतरिक्ष टेलिस्कोप है, जिसका उद्देश्य पूरे आकाश इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोस्कोपिक सर्वे करना है। यह मिशन ब्रह्मांड की उत्पत्ति, आकाशगंगा निर्माण और इंटरस्टेलर बर्फ के वितरण का अध्ययन करेगा।
SPHEREx, ब्रह्मांड की 3D मैपिंग करेगा और लाखों आकाशगंगाओं का विश्लेषण करेगा। आइए पहले लॉन्च हो चुके नासा के कुछ अन्य टेलिस्कोप के बारे में जानते हैं।
हबल
हबल स्पेस टेलीस्कोप
1990 में लॉन्च हुआ हबल स्पेस टेलीस्कोप (HST), नासा और ESA का संयुक्त मिशन है।
यह पृथ्वी की लो-अर्थ ऑर्बिट में रहकर ब्रह्मांड की विस्तृत तस्वीरें भेजता है। हबल ने एक्सोप्लैनेट्स, ब्लैक होल, सुपरनोवा और डार्क मैटर की खोज में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
इसकी मदद से खगोलविदों को ब्रह्मांड की आयु और विस्तार दर मापने में सफलता मिली। कई सर्विसिंग मिशन के बाद भी हबल अभी भी सक्रिय है और ब्रह्मांडीय रहस्यों को उजागर कर रहा है।
JWST
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप
2021 में लॉन्च हुआ जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST), अब तक का सबसे उन्नत अंतरिक्ष दूरबीन है। यह अंतरिक्ष में इंफ्रारेड तरंगों में काम करता है और हबल से 100 गुना अधिक शक्तिशाली है।
इसका मुख्य उद्देश्य प्रारंभिक आकाशगंगाओं, एक्सोप्लैनेट्स के वायुमंडल और स्टार फॉर्मेशन का अध्ययन करना है। JWST ने पहले ही कई अद्भुत तस्वीरें भेजी हैं और ब्रह्मांड की उत्पत्ति को समझने में अहम भूमिका निभा रहा है।
केपलर
केपलर स्पेस टेलीस्कोप
2009 में लॉन्च हुआ केपलर स्पेस टेलीस्कोप, विशेष रूप से एक्सोप्लैनेट्स (सौरमंडल के बाहर के ग्रह) की खोज के लिए बनाया गया था।
इसने 2,600 से अधिक एक्सोप्लैनेट खोजे, जिनमें से कई रहने योग्य क्षेत्र में हो सकते हैं। केपलर ने 'ट्रांजिट मेथड' का उपयोग किया, जिसमें ग्रह जब अपने तारे के सामने से गुजरते हैं, तो उसकी रोशनी में होने वाले बदलाव को मापा जाता है।
2018 में इसे आधिकारिक रूप से बंद कर दिया गया।