सरकार जिन नंबरों को कर रही ब्लॉक, व्हाट्सऐप भी उन पर लगा रहा बैन
क्या है खबर?
व्हाट्सऐप ने अपने प्लेटफॉर्म पर ऐसे नंबरों से बने अकाउंट्स को बैन कर दिया है जिन नंबरों को सरकार ने ब्लॉक किया है।
केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, सरकार द्वारा तैयार किए गए फेशियल रिकग्ननिशन आधारित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल से संभावित फ्रॉड मोबाइल नंबरों को ब्लॉक किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जिन नंबरों को सरकार ने ब्लॉक किया है उनसे जुड़े व्हाट्सऐप अकाउंट को बैन करने में प्लेटफॉर्म ने सरकार का सहयोग किया है।
सिम
AI से लैस टूल के जरिए किया जा रहा है सिम वेरिफिकेशन
वैष्णव ने कहा कि सरकार अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ भी इस सिस्टम पर काम कर रही है।
सरकार ने टेलीकॉम सिम सब्सक्राइबर वेरिफिकेशन (ASTR) के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड फेशियल रिकॉग्निशन पावर्ड सॉल्यूशन नाम टूल तैयार किया है।
इस टूल का इस्तेमाल दूरसंचार विभाग (DoT) उन व्यक्तियों का पता लगाने के लिए करती है, जिनके नाम से 9 से अधिक मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड हैं।
सरकार के नियम के मुताबिक, एक व्यक्ति अधिकतम 9 नंबर रजिस्टर्ड करा सकता है।
सब्सक्राइबर
एक ही तस्वीर के अलग-अलग नाम से लिए गए थे कई कनेक्शन
वैष्णव ने कहा कि एक मामले में सब्सक्राइबर की एक ही तस्वीर (चेहरा एक, लेकिन नाम अलग-अलग) से 6,800 कनेक्शन लिए गए थे। एक अन्य मामले में एक ही तस्वीर पर अलग-अलग नाम से 5,300 कनेक्शन लिए गए।
संचार मंत्रालय ने पहले चरण में ASTR का उपयोग करते हुए 87 करोड़ से अधिक मोबाइल कनेक्शनों का विश्लेषण किया था। इसमें एक ही तस्वीर का इस्तेमाल कर मोबाइल कनेक्शन प्राप्त करने वाले 40 लाख से अधिक मामलों का पता चला।
दूरसंचार
बैंक और अन्य प्लेटफॉर्म पर भी ऐसे नंबर होंगे ब्लॉक
दूरसंचार ऑपरेटरों द्वारा 40 लाख खातों में से 36 लाख से अधिक कनेक्शन बंद कर दिए गए। इन नंबरों को उनके संबंधित प्लेटफॉर्म से अलग करने के लिए गए नंबरों का विवरण उनके बैंको, पेमेंट वॉलेट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ शेयर किया गया।
यदि आप भी पता करना चाहते हैं कि आपने नाम पर कितने सिम रजिस्टर्ड हैं तो इस बारे में TAFCOP वेबसाइट के जरिए जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
व्हाट्सऐप
व्हाट्सऐप पर बढ़ी हैं स्पैम कॉल
व्हाट्सऐप के एक प्रवक्ता ने कहा, "हम फ्रॉड लोगों को प्लेटफॉर्म से बाहर करने के साथ ही यूजर्स को एक सुरक्षित यूजर्स एक्सपीरियंस प्रदान करने के लिए सरकार के साथ सक्रिय रूप से जुड़ रहे हैं।"
व्हाट्सऐप की ये सक्रियता तब सामने आई है जब बीते कुछ दिनों में उसके प्लेटफॉर्म पर स्पैम कॉल और मैसेज की बाढ़ आई है और इसके जरिए लोगों के साथ फ्रॉड के कई मामले सामने आए हैं।