विराट कोहली का डीपफेक वीडियो वायरल, ऐसे करें फर्जी वीडियो की पहचान
सचिन तेंदुलकर के बाद अब भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली का एक डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है। सचिन वाले वीडियो की तरह कोहली भी इस वीडियो में एक बेटिंग ऐप का प्रचार करते दिख रहे हैं। इसमें कोहली के किसी पुराने इंटरव्यू के वीडियो पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जनरेटेड आवाज इस्तेमाल की गई है। हालांकि, गौर से देखने पर पता चल रहा है कि यह वीडियो पूरी तरह एडिटेड है।
क्या है डीपफेक टेक्नोलॉजी?
AI डीपफेक एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिसमें AI का उपयोग कर वीडियो, तस्वीरों और ऑडियो में छेड़छाड़ की जा सकती है। हालिया समय में इस तकनीक से जोर पकड़ा है। इसमें AI से नकली या फर्जी कंटेंट तैयार किया जाता है। इसकी मदद से किसी दूसरे की फोटो या वीडियो पर किसी और का चेहरा लगाकर उसे बदला जा सकता है। इस टेक्नोलॉजी से AI का इस्तेमाल कर फर्जी वीडियो बनाये जा सकते हैं, जो देखने में असली लगते हैं।
ऐसे करें डीपफेक वीडियो की पहचान
कुछ खास बिंदुओं पर ध्यान रखते हुए डीपफेक वीडियो, तस्वीर आदि कंटेंट की पहचान की जा सकती है। इसके लिए सबसे पहले वीडियो में दिख रहे चेहरे पर ध्यान देना होगा। डीपफेक टेक्नोलॉजी से तैयार वीडियो में चेहरे और आंख की पोजिशन सामान्य नहीं होगी। इसके जरिए तैयार वीडियो में हो सकता है कि दिख रहे शख्स ने बहुत देर से पलक न झपकाई हो। डीपफेक कंटेंट में कलरिंग भी सामान्य से अलग होगी।