25 प्रतिशत कंपनियों के CEO कर्मचारियों की जगह AI का करना चाहते हैं उपयोग- सर्वे
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के आने से दुनिया की कई कंपनियों ने कर्मचारियों की छंटनी की है।
दुनिया के अग्रणी वित्तीय निकाय और वैश्विक निर्णय-निर्माताओं का अनुमान है कि AI के कारण इस साल भी बड़ी संख्या में लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ेगी।
विश्व आर्थिक मंच (WEF) की वार्षिक बैठक के दौरान हुए एक सर्वेक्षण से पता चला कि एक चौथाई CEO AI के कारण अपने कर्मचारियों की संख्या में कम से कम 5 प्रतिशत कटौती करना चाहते हैं।
वजह
CEO क्यों काम करना चाहते हैं कर्मचारियों की संख्या?
PcW के सर्वेक्षण से पता चलता है कि 25 प्रतिशत कंपनियों के CEO का मानना है कि कर्मचारियों की संख्या कम कर AI का उपयोग करने से कंपनी पर खर्च का बोझ कम होगा।
AI का उपयोग करना एक सस्ता तरीका तो रहेगा और साथ ही इससे तेजी से काम भी होगा।
सर्वेक्षण में शामिल 30 प्रतिशत से अधिक मीडिया और मनोरंजन CEO ने AI के और विकास होने पर अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की योजना बनाई है।
प्रभाव
AI से कितनी नौकरियां हो सकती हैं प्रभावित?
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने गैर-सरकारी संगठन के स्वयं के विश्लेषण के आधार पर एक ब्लॉग पोस्ट में चेतावनी दी कि AI के उपयोग से वैश्विक स्तर पर लगभग 40 प्रतिशत नौकरियां प्रभावित हो सकती हैं।
IMF प्रमुख ने लिखा, "AI संभवतः समग्र असमानता को खराब कर देगा। एक परेशान करने वाली प्रवृत्ति जिसे नीति निर्माताओं को प्रौद्योगिकी को सामाजिक तनाव को और अधिक बढ़ने से रोकने के लिए सक्रिय रूप से संबोधित करना चाहिए।"