बंगाल भाजपा प्रमुख की तृणमूल कार्यकर्ताओं को धमकी, कहा- सुधर जाएं नहीं तो हड्डी-पसली तोड़ देंगे
अपने बयानों के कारण अक्सर चर्चा में रहने वाले पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रमुख दिलीप घोष ने सरेआम तृणमूल कार्यकर्ताओं को पिटाई और मारने की धमकी दी है। एक सभा को संबोधित करते हुए घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के समर्थक अपनी आदतें सुधार ले नहीं तो उनकी हड्डी-पसली तोड़ी जा सकती है और उन्हें मारा भी जा सकता है। उनके इस बयान के बाद विवाद शुरू हो गया है। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
ये था दिलीप घोष का पूरा बयान
रविवार को एक कार्यक्रम में धमकी देते हुए हुए दिलीप घोष ने कहा, "मैं उत्पात मचाने वाले ममता दीदी के भाइयों से कहना चाहता हूं कि वो छह महीने के भीतर अपने आप को सुधार लें। अगर ऐसा नहीं हुआ तो उनके हाथ, सिर और पसलियां तोड़ दी जाएंगी। आप लोगों को घर जाने से पहले अस्पताल जाना पड़ जाएगा। अगर इन लोगों ने ज्यादा उत्पात मचाया तो इन्हें श्मशान गृह भेज दिया जाएगा।"
केंद्रीय बलों की निगरानी में होंगे विधानसभा चुनाव- घोष
घोष ने आगे कहा कि अब राज्य में तृणमूल कांग्रेस सरकार के गिने-चुने दिन ही बाकी रह गए हैं और केंद्रीय बलों की निगरानी में स्वतंत्र और निष्पक्ष विधानसभा चुनाव होंगे। उन्होंने कहा, "मैं यह ऐलान करना चाहता हूं कि आगामी विधानसभा चुनाव दीदी की पुलिस नहीं बल्कि दादा की पुलिस की निगरानी में होंगे। खाकी वर्दी पहनने वाली पुलिस बूथों से सौ मीटर दूर आम के पेड़ के नीचे कुर्सी पर बैठकर मतदान होते हुए देखेगी।"
शाह के दौरे के बाद आई है घोष की टिप्पणी
दिलीप घोष ने अपने बयान मे आगे कहा, "बिहार में जब लालू प्रसाद यादव की सरकार थी, तब वहां जंगलराज था। रोजाना हिंसा होना आम बात थी, लेकिन हमने गुंडों को बाहर निकाला। इसे भाजपा राज कहते हैं। हमने जंगलराज को लोकतंत्र में बदला और पश्चिम बंगाल में भी लोकतंत्र बहाल करना चाहते हैं। घोष की ये टिप्पणियां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पश्चिम बंगाल दौरे के दो दिन बाद आई हैं।
तृणमूल कांग्रेस ने की घोष के बयान की निंदा
पश्चिम बंगाल में सरकार चला रही तृणमूल कांग्रेस ने घोष के बयान की निंदा करते हुए कहा कि वो राज्य का राजनैतिक माहौल बिगाड़ रहे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद सौगत रॉय ने ने कहा कि इस तरह के बयानों से पता चलता है कि भाजपा विधानसभा चुनावों से पहले राज्य का राजनैतिक माहौल खराब करना चाहती है। समय आने पर राज्य की जनता उन्हें करारा जवाब देगी।
अगले साल होंगे पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले पश्चिम बंगाल में राजनीति सरगर्मियां बढ़ गई है। पिछले कुछ महीनों से लगातार तृणमूल और भाजपा समर्थकों के बीच टकराव की खबरें आ रही हैं और कई कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है। बीते महीने वर्धमान जिले में घोष के काफिले पर हमला हुआ था। घोष ने इसके पीछे तृणमूल कार्यकर्ताओं का हाथ बताया था। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों का खंडन किया था।