गुरुत्वाकर्षण वाले बयान पर पीयूष गोयल ने स्वीकार की गलती, दोहराया आइंस्टीन का कथन
गुरुत्वाकर्षण की इसाक न्यूटन की खोज का श्रेय अल्बर्ट आइंस्टीन को देने के अपने बयान पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने अपनी गलती स्वीकार की है। शुक्रवार को एक कार्यक्रम में गोयल ने कहा कि गलतियां सबसे होती हैं। इस दौरान उन्होंने आइंस्टीन का एक कथन भी दोहराया जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर किसी व्यक्ति ने कभी कोई गलती नहीं की तो इसका मतलब है कि उसने कभी कुछ नया करने की कोशिश नहीं की।
गोयल ने कहा था, गणित में मत जाओ
कार्यकारी वित्त मंत्री के तौर पर दो बार बजट पेश कर चुके और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आर्थिक मंदी पर बोलते हुए कहा था, "आपको टीवी पर दिखाए जाने वाले हिसाब-किताब में नहीं जाना चाहिए कि पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने के लिए देश को 12 प्रतिशत की दर से विकास करने की जरूरत है, जबकि आज ये 6-7 प्रतिशत की दर से विकास कर रहा है। गणित में मत जाओ।"
"गणित ने गुरुत्वाकर्षण की खोज करने में कभी आइंस्टीन की मदद नहीं की"
गोयल यहीं नहीं रुके और उन्होंने आगे कहा, "गणित ने गुरुत्वाकर्षण की खोज करने में कभी आइंस्टीन की मदद नहीं की। अगर वह फॉर्मूलों और पुराने ज्ञान के हिसाब से चलते तो इस दुनिया में कोई खोज नहीं होती।" गोयल के बयान में बड़ी गलती ये थी कि गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत की खोज आइंस्टीन ने नहीं बल्कि न्यूटन ने की थी। आइंस्टीन ने रिलेटिवटी का सिद्धांत और इसका फॉर्मूला (E= MC2) दिया था।
सुनें गोयल ने क्या कहा था
सफाई में भी गोयल ने लिया आइंस्टीन का नाम
गोयल के इस बयान को सोशल मीडिया ने लपक लिया और उन्हें जमकर ट्रोल किया गया। बाद में सफाई देते हुए गोयल ने कहा था कि उनके बयान को गलत तरीके से लिया गया और उनका मतलब ये था कि अगर हम बने बनाए ढर्रे पर ही चलेंगे तो कुछ अलग नहीं कर पाएंगे। उन्होंने इसे आर्थिक मंदी से जो़ड़ा था। हालांकि अपनी सफाई में भी गोयल ने गुरुत्वाकर्षण की खोज का श्रेय आइंस्टीन को दिया था।
आइंस्टीन का कथन दोहरा कर स्वीकार की गलती
अब आज मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल पर एक कार्यक्रम में गोयल ने अपनी गलती स्वीकार की है। उन्होंने कहा, "गलतियां सबसे होती हैं और मैं उनमें से नहीं हूं जो गलतियां करने से डरते हैं। मैंने न्यूटन की जगह आइंस्टीन कह दिया लेकिन क्या आइंस्टीन ने नहीं कहा था कि जिस व्यक्ति ने कभी कोई गलती नहीं की, उसने जीवन में कभी कुछ नया करने की कोशिश ही नहीं की।"