स्पेस-X ने लॉन्च किया पोलारिस डॉन मिशन, जानिए इसका उद्देश्य
क्या है खबर?
एलन मस्क के स्वामित्व वाली अंतरिक्ष कंपनी स्पेस-X ने आज (10 सितंबर) अपने पोलारिस डॉन मिशन को लॉन्च कर दिया है।
इस अंतरिक्ष मिशन को फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी स्पेस स्टेशन से फाल्कन 9 रॉकेट की मदद से भारतीय समयानुसार दोपहर 2:54 बजे लॉन्च किया गया है।
यह मिशन पोलारिस कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमताओं की सीमाओं को आगे बढ़ाना और भविष्य के चंद्र और मंगल मिशनों के लिए मार्ग प्रशस्त करना है।
मिशन
क्या है यह मिशन?
पोलारिस डॉन मिशन के दौरान, ड्रैगन और मिशन के चालक दल अपोलो कार्यक्रम के बाद से अब तक की सबसे ऊंची पृथ्वी की कक्षा लगभग 1,200 किलोमीटर तक पहुंचने का प्रयास करेंगे।
पोलारिस डॉन अरबपति जेरेड इसाकमैन द्वारा वित्तपोषित एक मिशन है। मिशन के चालक दल में इसाकमैन के साथ-साथ स्कॉट पोटेट, सर गिलिस और अन्ना मेनन भी शामिल हैं। यह पहला निजी अंतरिक्ष मिशन है, जिसमें अंतरिक्ष यात्री स्पेसवॉक भी करेंगे।
स्पेसवॉक
कब स्पेसवॉक करेंगे अंतरिक्ष यात्री?
स्पेसवॉक या एक्स्ट्राव्हीक्युलर एक्टिविटी (EVA) मिशन के तीसरे दिन यानी 12 सितंबर को होगी। हालांकि, स्पेस-X और पोलारिस डॉन टीम ने अभी तक सटीक समय की घोषणा नहीं की है।
मिशन टीम के सदस्यों के अनुसार, इसाकमैन और गिलिस अलग-अलग स्पेसवॉक करेंगे और प्रत्येक संभवतः कैप्सूल के बाहर 15 से 20 मिनट बिताएंगे।
चालक दल स्पेस-X द्वारा डिजाइन किए गए एक्स्ट्रावेहिकुलर एक्टिविटी (EVA) स्पेससूट पहने हैं। यह एक ऐतिहासिक प्रयास है, जिसमें नई स्पेससूट तकनीक का परीक्षण किया जाएगा।
उद्देश्य
पोलारिस डॉन मिशन के उद्देश्य
पोलारिस डॉन मिशन के तहत चारों अंतरिक्ष यात्री क्रू ड्रैगन कैप्सूल में सवार होकर पृथ्वी की निचली कक्षा में जाएंगे और मिशन के दौरान वे कुल 5 दिन कक्षा में बिताएंगे।
अंतरिक्ष यात्री इस अंतरिक्ष उड़ान के दौरान मानव स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए डिजाइन किए गए 36 शोध अध्ययन और प्रयोग करेंगे। इसके साथ ही वे अंतरिक्ष में स्टारलिंक के लेजर-आधारित संचार का परीक्षण करेंगे। मिशन के दौरान कई अन्य परीक्षण भी किए जाएंगे।