गूगल सर्च को ही डिफॉल्ट रखेगी सैमसंग, नहीं जाएंगी माइक्रोसॉफ्ट बिंग के साथ- रिपोर्ट
क्या है खबर?
कुछ हफ्तों पहले एक रिपोर्ट आई थी कि सैमसंग अपने स्मार्टफोन और अन्य डिवाइसेस में डिफॉल्ट सर्च के तौर पर गूगल की जगह अब माइक्रोसॉफ्ट बिंग का इस्तेमाल करेगी। यह खबर गूगल के लिए बड़ा झटका मानी जा रही थी।
अब एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, सैमसंग अपने स्मार्टफोन में गूगल को ही डिफॉल्ट सर्च रखेगी।
इस खबर के सामने आने के बाद गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के शेयरों में 1 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।
शेयर
सैमसंग ने सस्पेंड की डिफॉल्ट ब्राउजर से जुड़ा रिव्यू
इस खबर से जहां अल्फाबेट के शेयर बढ़े हैं, वहीं दूसरी तरफ माइक्रोसॉफ्ट के शेयरों के दाम करीब 1 प्रतिशत तक गिरे हैं।
इससे पहले जब ये खबर आई थी कि सैमसंग गूगल की जगह बिंग को डिफाल्ट ब्राउजर के तौर पर इस्तेमाल करने पर विचार कर रही, तब अल्फाबेट के शेयरों के दामों में गिरावट देखने को मिली थी।
वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, सैमसंग ने डिफॉल्ट वेब ब्राउजिंग से जुड़े अपने इंटरनल रिव्यू को सस्पेंड कर दिया है।
डिफॉल्ट
प्री-इंस्टाल ऐप से कंपनियों को होती है कमाई
डिफॉल्ट सर्च उसे कहते हैं, जो स्मार्टफोन में पहले से डाउनलोड या प्री-इंस्टाल होते हैं। सर्च इंजन कंपनियों के राजस्व का बड़ा हिस्सा स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों के साथ साझेदारी से आता है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की 16 अप्रैल की एक रिपोर्ट के अनुसार, सैमसंग के साथ साझेदारी से गूगल को लगभग 24,625 करोड़ रुपये का अनुमानित वार्षिक राजस्व प्राप्त होता है।
यदि सैमसंग गूगल की जगह डिफॉल्ट ब्राउजर के लिए बिंग की तरफ जाती तो गूगल को भारी नुकसान होता।
साझेदारी
गूगल और माइक्रोसॉफ्ट दोनों से है सैमसंग की साझेदारी
IDC के एक डाटा के अनुसार, सैमसंग ने 2022 में लगभग 26 करोड़ से अधिक फोन की बिक्री की और ये फोन गूगल के एंड्रॉयड पर आधारित हैं।
सैमसंग की माइक्रोसॉफ्ट और गूगल दोनों के साथ लंबे समय से साझेदारी है। यही वजह है कि सैमसंग के फोन में माइक्रोसॉफ्ट के वनड्राइव और गूगल के मैप्स जैसी ऐप्स पहले ही डाउनलोड होती हैं।
अब वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट गूगल के लिए राहत भरी हो सकती है।
माइक्रोसॉफ्ट
नए बिंग ने लोगों के बीच बनाई जगह
एनालिटिक्स फर्म सिमिलरवेब के आंकड़ों के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट के स्वामित्व वाले सर्च इंजन बिंग में OpenAI की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी को जब से इंटीग्रेट किया गया है, तब से इसका इस्तेमाल बढ़ा है।
AI से लैस बिंग ने गूगल सर्च को टक्कर देना और बाजार में अपनी जगह बनाना शुरू कर दिया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि गूगल एक नए AI आधारित सर्च इंजन को बनाने में लगी हुई है।