LOADING...
छुपे कैमरों का पता लगा सकते हैं ओप्पो स्मार्टफोन्स, जासूसी से बचाएगा नया फीचर
ओप्पो अपने फ्लैगशिप मॉडल्स में एक खास फीचर दे रही है।

छुपे कैमरों का पता लगा सकते हैं ओप्पो स्मार्टफोन्स, जासूसी से बचाएगा नया फीचर

Mar 09, 2022
01:39 pm

क्या है खबर?

चाइनीज टेक कंपनी ओप्पो अपने नए स्मार्टफोन्स में खास फीचर दे रही है, जिसकी मदद से यूजर्स को जासूसी से बचाया जा सकेगा। नया फीचर कलरOS ऑपरेटिंग सिस्टम को मिल रहे अपडेट का हिस्सा है और इसके साथ छुपे कैमरों का पता लगाया जा सकेगा। ट्रायल रूम्स या होटल के कमरों में ऐसे कैमरे मिलने की बात अक्सर सामने आती है। ओप्पो ने नए फ्लैगशिप फोन्स- ओप्पो फाइंड X5 और फाइंड X5 प्रो के लिए यह फीचर रोलआउट किया है।

चुनौती

ऐसे कैमरों की मदद से होती है जासूसी

छुपे हुए कैमरे अक्सर ऐसी जगहों पर लगाए जाते हैं, जहां से मिलने वाले वीडियो का गलत इस्तेमाल हो सके। पब्लिक वॉशरूम्स, स्पा और होटल रूम्स जैसी जगहों में बेहद छोटे कैमरे छुपे हो सकते हैं, जिनपर आसानी से नजर नहीं पड़ती। वीडियो फुटेज की मदद से ब्लैकमेलिंग या ऐसी फुटेज बेचने के मामले भी सामने आते रहते हैं। ओप्पो अपने यूजर्स को ऐसे जासूसी के खतरों से बचाना चाहती है।

फीचर

ऐसे काम करता है ओप्पो का नया फीचर

ओप्पो ने अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन्स को दिए कलरOS अपडेट के साथ नया फीचर शामिल किया है। नया फीचर किसी कमरे या पब्लिक स्पेस में वायरलेस सिग्नल्स को स्कैन कर ऐसे छुपे कैमरों का पता लगा सकता है। सिग्नल डिटेक्शन मेथड कुछ इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह आसपास मौजूद छुपे इलेक्ट्रॉनिक्स का पता लगा सके। ऐसे कैमरों का पता लगाने के लिए खास तरह के डिवाइसेज भी आते हैं।

Advertisement

ऐप

स्मार्टफोन्स में मिलेगी डेडिकेटेड ऐप

चाइनीज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर ओप्पो ने बताया है कि कलरOS 12.1 में छुपे कैमरों का पता लगाने से जुड़ा फीचर यूजर्स को मिलेगा। अभी यह फीचर केवल ओप्पो फाइंड X5 सीरीज के डिवाइसेज में दिख रहा है और इसके लिए डेडिकेटेड ऐप दी गई है। हिडेन कैमरा डिटेक्शन ऐप का बीटा वर्जन यूजर्स के लिए ओप्पो ऐप मार्केट में उपलब्ध है। ऐप वाई-फाई और हॉटस्पॉट्स ऑफ करने को कहती है और आसपास सिग्नल्स स्कैन करती है।

Advertisement

तरीका

ऐसे सामने आएगा छुपा हुआ कैमरा

एंड्रॉयड अथॉरिटी के मुताबिक, ऐप यूजर से कमरे की लाइट्स ऑन या ऑफ करने को भी कह सकती है। ऐसा छुपे कैमरों से निकलने वाली इंफ्रारेड लाइट स्कैन करने के लिए किया जाता है, जिससे कैमरे अंधेरे में भी वीडियो रिकॉर्ड कर पाते हैं। छुपे कैमरे का पता चलते ही बीप की आवाज आने लगेगी और कैमरे से दूरी कम होने के साथ यह आवाज तेज होती जाएगी। इस तरह ऐप यूजर को कैमरे तक आसानी से पहुंचा सकती है।

इंतजार

बाकी ओप्पो यूजर्स को करना होगा इंतजार

बीटा स्टेटस का मतलब है कि ऐप अभी केवल फाइंड X5 और फाइंड X5 प्रो यूजर्स के लिए ही उपलब्ध होगी। संभव है कि इसे नए कलरOS 12.1 अपडेट के साथ अन्य डिवाइसेज में भी शामिल किया जाए। हालांकि, इससे पहले कंपनी नए फीचर की टेस्टिंग करेगी और यूजर्स की प्रतिक्रिया के आधार पर इसमें कुछ बदलाव भी कर सकती है। ओप्पो के अलावा इसे वनप्लस डिवाइसेज का हिस्सा बनाया जा सकता है।

Advertisement