NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / टेक्नोलॉजी की खबरें / हवा में मौजूद RF सिग्नल से उपकरणों को मिलेगी बिजली, वैज्ञानिकों ने विकसित की नई तकनीक 
    अगली खबर
    हवा में मौजूद RF सिग्नल से उपकरणों को मिलेगी बिजली, वैज्ञानिकों ने विकसित की नई तकनीक 
    हवा में मौजूद बेकार RF सिग्नल से बिजली पैदा करने की तकनीक विकसित की गई है

    हवा में मौजूद RF सिग्नल से उपकरणों को मिलेगी बिजली, वैज्ञानिकों ने विकसित की नई तकनीक 

    लेखन दिनेश चंद शर्मा
    Aug 04, 2024
    10:33 am

    क्या है खबर?

    वैज्ञानिकों ने छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को अब हवा में मौजूद रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) सिग्नल से बिजली देने की नई तकनीक इजाद की है।

    दरअसल, हम हवा में चारों ओर से वाई-फाई, ब्लूटूथ और 5G नेटवर्क के से घिरे रहते हैं। ये मानक डेटा संचारित करने के साथ अप्रयुक्त ऊर्जा के स्रोत भी हैं।

    शोधकर्ताओं ने एम्बिएंट या बेकार RF सिग्नल को एकत्रित करने और इनसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बिजली देने के लिए उपयोग करने की तकनीक विकसित की है।

    उपयोग 

    कम क्षमता के RF सिग्नल का होगा उपयोग

    शोधकर्ताओं ने एक नैनोस्केल स्पिन-रेक्टिफायर को तैयार किया है, जो बेहद कम क्षमता वाले -20 dBm के RF सिग्नल को प्रयोग करने प्रत्यक्ष वोल्टेज में परिवर्तित कर सकता है।

    नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के प्रोफेसर यांग ह्यूनसू और उनकी टीम द्वारा विकसित नैनोस्केल स्पिन-रेक्टिफायर RF को सीधे DC पावर में परिवर्तित करने के लिए कॉम्पैक्ट, संवेदनशील और कुशल तरीका प्रदान करता है।

    यांग ने कहा, "हमारे परिणाम दर्शाते हैं कि SR तकनीक को एकीकृत करना और स्केलेबल करना आसान है।"

    सुधार 

    ऑन-चिप टेक्नोलॉजी होगी विकसित 

    स्पिन-रेक्टिफायर ऊर्जा संचयन मॉड्यूल में अभी भी सुधार की गुंजाइश है और यांग की टीम अब एक ऑन-चिप एंटीना को एकीकृत करने पर काम कर रही है, जो दक्षता और कॉम्पैक्टनेस को और बढ़ा सकती है।

    उनका लक्ष्य ऑन-चिप स्पिन-रेक्टिफायर्स के साथ स्मार्ट सिस्टम के विकास को आगे बढ़ाना है।

    इससे वायरलेस चार्जिंग और एम्बिएंट रेडियो फ्रीक्वेंसी सिग्नल के आधार पर सिग्नल डिटेक्शन सिस्टम के लिए कॉम्पैक्ट ऑन-चिप टेक्नोलॉजी विकसित हो सकेगी।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    वाई-फाई
    5G कनेक्टिविटी

    ताज़ा खबरें

    ये हैं राजकुमार राव की 5 सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्में  राजकुमार राव
    झारखंड के लातेहार में 5 लाख रुपये का इनामी नक्सली ढेर, 10 लाख का इनामी गिरफ्तार झारखंड
    अमेरिका: साउथ कैरोलिना में गोलीबारी, 11 घायल अमेरिका
    कनाडा से रिश्ते सुधारने की कोशिश, एस जयशंकर की विदेश मंत्री अनीता आनंद से पहली बातचीत कनाडा

    वाई-फाई

    इंटरनेट चलाने के साथ-साथ बम और हथियारों का पता लगाने में भी काम आएगा Wi-Fi सुरक्षा
    भारतीय रेलवे: यहाँ जानें रेलवे स्टेशन पर लगे वाई-फाई का मुफ़्त में इस्तेमाल कैसे करें देश
    अब दिल्ली मेट्रो में सफर के दौरान मिलेगी फ्री वाई-फाई की सुविधा, ऐसे उठाएं फायदा रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर
    अब उड़ानों में भी चलेगा इंटरनेट, सरकार ने दी वाई-फाई सुविधा की मंजूरी केंद्र सरकार

    5G कनेक्टिविटी

    वनप्लस के इन स्मार्टफोन्स को मिलेगा जियो 5G नेटवर्क, देखें लिस्ट वनप्लस
    एयरटेल 5G प्लस सेवा लखनऊ में शुरू, इन इलाकों में मिलेगा तेज इंटरनेट का आनंद भारती एयरटेल
    एयरटेल 5G प्लस नेटवर्क विजाग के बाद अब पुणे में भी उपलब्ध भारती एयरटेल
    ICEA का दावा, 2023 में लॉन्च होने वाले 80 प्रतिशत स्मार्टफोन होंगे 5G सक्षम 5जी मोबाइल
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025