हवा में मौजूद RF सिग्नल से उपकरणों को मिलेगी बिजली, वैज्ञानिकों ने विकसित की नई तकनीक
वैज्ञानिकों ने छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को अब हवा में मौजूद रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) सिग्नल से बिजली देने की नई तकनीक इजाद की है। दरअसल, हम हवा में चारों ओर से वाई-फाई, ब्लूटूथ और 5G नेटवर्क के से घिरे रहते हैं। ये मानक डेटा संचारित करने के साथ अप्रयुक्त ऊर्जा के स्रोत भी हैं। शोधकर्ताओं ने एम्बिएंट या बेकार RF सिग्नल को एकत्रित करने और इनसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बिजली देने के लिए उपयोग करने की तकनीक विकसित की है।
कम क्षमता के RF सिग्नल का होगा उपयोग
शोधकर्ताओं ने एक नैनोस्केल स्पिन-रेक्टिफायर को तैयार किया है, जो बेहद कम क्षमता वाले -20 dBm के RF सिग्नल को प्रयोग करने प्रत्यक्ष वोल्टेज में परिवर्तित कर सकता है। नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के प्रोफेसर यांग ह्यूनसू और उनकी टीम द्वारा विकसित नैनोस्केल स्पिन-रेक्टिफायर RF को सीधे DC पावर में परिवर्तित करने के लिए कॉम्पैक्ट, संवेदनशील और कुशल तरीका प्रदान करता है। यांग ने कहा, "हमारे परिणाम दर्शाते हैं कि SR तकनीक को एकीकृत करना और स्केलेबल करना आसान है।"
ऑन-चिप टेक्नोलॉजी होगी विकसित
स्पिन-रेक्टिफायर ऊर्जा संचयन मॉड्यूल में अभी भी सुधार की गुंजाइश है और यांग की टीम अब एक ऑन-चिप एंटीना को एकीकृत करने पर काम कर रही है, जो दक्षता और कॉम्पैक्टनेस को और बढ़ा सकती है। उनका लक्ष्य ऑन-चिप स्पिन-रेक्टिफायर्स के साथ स्मार्ट सिस्टम के विकास को आगे बढ़ाना है। इससे वायरलेस चार्जिंग और एम्बिएंट रेडियो फ्रीक्वेंसी सिग्नल के आधार पर सिग्नल डिटेक्शन सिस्टम के लिए कॉम्पैक्ट ऑन-चिप टेक्नोलॉजी विकसित हो सकेगी।