निसार सैटेलाइट पर काम लगभग हो चुका है पूरा, ISRO और नासा अगले साल करेंगी लॉन्च
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के साथ मिलकर निसार मिशन पर काम कर रही है। नासा-ISRO सिंथेटिक अपर्चर रडार (NISAR) सैटेलाइट को दुनिया के विपरीत किनारों पर इकट्ठा किया जा रहा है, जिसमें भारत के अहमदाबाद में अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (SAC) सैटेलाइट के लिए L-बैंड रडार प्रदान कर रहा है। वहीं अमेरिका के दक्षिणी कैलिफोर्निया में जेट प्रोपल्शन प्रयोगशाला (JPL) S-बैंड रडार प्रदान कर रही है।
कब तक लॉन्च होगा यह मिशन?
निसार मिशन को शुरू में दिसंबर, 2023 में लॉन्च करने के लिए रखा गया था, लेकिन फिर इसे 2024 की शुरुआत में टाल दिया गया। हालांकि, अब नासा और ISRO निसार मिशन को 2025 में लॉन्च करेंगी। इस साल लॉन्च किए जाने वाले अंतरिक्ष मिशनों पर एक सवाल के जवाब में ISRO ने लोकसभा में मिशनों की जो सूची प्रस्तुत की, उसमें निसार का नाम नहीं था। इससे पता चलता है कि मिशन को इस साल नहीं लॉन्च किया जाएगा।
क्या है निसार मिशन?
बेंगलुरु में नासा के 30-40 इंजीनियर बीते कई महीनों से ISRO के इंजीनियर के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। यह 12 दिनों में पूरी पृथ्वी को मैप पर इसके इकोसिस्टम, समुद्र स्तर में वृद्धि, बर्फ में द्रव्यमान, भूजल स्तर, भूकंप और भूस्खलन जैसे कई अन्य प्राकृतिक खतरों के परिवर्तन को समझने के लिए लगातार डाटा प्रदान करेगा। इस साल ISRO 6 अंतरिक्ष मिशन लॉन्च करेगा और इन सभी को अगले 5 महीनों में लॉन्च करने की योजना है।