
अलीबाबा के AI मॉडल के जवाब में मस्क ने ग्रोक 3.5 का किया ऐलान
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में आगे निकलने के लिए अमेरिका और चीन के बीच होड़ लगी हुई है।
चीन की अलीबाबा कंपनी ने क्वेन-3 नाम का नया AI मॉडल लॉन्च किया, जिसमें 235 अरब पैरामीटर वाला सबसे बड़ा मॉडल भी शामिल है।
इसके कुछ घंटे बाद ही एलन मस्क ने अपनी कंपनी xAI का नया ग्रोक 3.5 मॉडल टीज किया। अलीबाबा ने इसे ओपन-सोर्स किया है, जिससे डेवलपर्स की दिलचस्पी और ज्यादा बढ़ी है।
खासियत
क्या है अलीबाबा के क्वेन मॉडल की खासियत?
अलीबाबा का क्वेन-3 मॉडल कई आकारों में उपलब्ध है, जिससे यह छोटे मोबाइल डिवाइस से लेकर बड़े सर्वर तक आसानी से चल सकता है।
इसका सबसे बड़ा वर्जन 235 अरब पैरामीटर वाला है, जो डीपसीक-R1 और OpenAI के o1 जैसे मॉडल से आगे निकल चुका है।
क्वेन-3 को ओपन-सोर्स बनाया गया है, जिससे डेवलपर्स इसे कस्टमाइज करके नए मॉडल बना सकते हैं। इसकी एक और खासियत है कि यह तेजी से सीखने और बेहतर जवाब देने की क्षमता रखता है।
तरक्की
चीन की कंपनियों की तेजी से तरक्की
अलीबाबा के साथ-साथ चीन की अन्य कंपनियां जैसे बायडू, बाइटडांस और टेनसेंट भी अपने AI मॉडल को लगातार अपडेट कर रही हैं।
इनका प्रदर्शन अब अमेरिका के OpenAI, गूगल और मेटा जैसे दिग्गजों के करीब या बराबर माना जा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, चीन और अमेरिका के बीच AI तकनीक का फर्क तेजी से घट रहा है। अलीबाबा का क्वेन अब दुनिया का सबसे बड़ा ओपन-सोर्स AI सिस्टम बन गया है।
सवाल
डीपसीक के बढ़ते प्रभाव से चिप बाजार पर असर
चीन का कम लागत वाला डीपसीक-R1 मॉडल अब अमेरिका के AI उद्योग को चुनौती दे रहा है। इसके चलते माना जा रहा है कि एनवीडिया जैसे चिप निर्माताओं का दबदबा कम हो सकता है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि चीन के ये खुले मॉडल अमेरिका में भी बाजार में अपनी पकड़ बना सकते हैं। कुछ का मानना है कि ये कंपनियां तकनीकी रूप से तो फायदेमंद हैं ही, साथ ही अमेरिका में अपनी सॉफ्ट पावर भी बढ़ा रही हैं।