
भारत साइबर सुरक्षा क्षेत्र में हो सकता है अग्रणीय, प्रयांक स्वरूप ने ऐसा क्यों कहा?
क्या है खबर?
भारत वैश्विक स्तर पर साइबर सुरक्षा क्षेत्र में अग्रणीय बन सकता है, जो फिलहाल सफलता के शुरुआती दौर से गुजर रहा है। यह दावा एक्सेल के हिस्सेदार प्रयांक स्वरूप ने किया है। बेंगलुरु में एक्सेल के साइबर सुरक्षा शिखर सम्मेलन में उन्होंने कहा, "भारत में 1,400 से ज्यादा साइबर सुरक्षा स्टार्टअप हैं, लेकिन केवल 235 को ही फंडिंग मिली है और केवल 6 ही सार्वजनिक हुए हैं। हम अभी शुरुआत ही कर रहे हैं।"
कमाई
साइबर सुरक्षा कंपनियों के पास है कमाई का मौका
प्रयांक स्वरूप ने PTI से बातचीत में कहा कि वैश्विक स्तर पर अगले 3 सालों में 377 अरब डॉलर (32,700 अरब डॉलर) की कमाई का अवसर है। उन्होंने आगे कहा, "भारतीय संस्थापकों के पास इसके लिए निर्माण करने का वास्तविक मौका है।" उनके मुताबिक, अच्छी साइबर सुरक्षा कंपनियों को समय लगता है, लेकिन जब वे स्थापित होती हैं तो वे उद्योग को नया रूप देती हैं। नेटवर्क और पहचान सुरक्षा क्षेत्र 12-24 प्रतिशत चक्रवृद्धि दर से बढ़ रहे हैं।
AI
साइबर सुरक्षा में AI में बढ़ रही भूमिका
भविष्य में साइबर सुरक्षा क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के पड़ने वाले प्रभाव पर जोर देते हुए प्रयांक स्वरूप ने कहा, "AI सिस्टम को नए सिरे से लिख रहा है। यह पहचान को धुंधला कर रहा है, सोशल इंजीनियरिंग का विस्तार कर रहा है और सेकऑप्स को भारी बना रहा है।" उन्होंने डीपफेक डिटेक्शन, सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर (SOC) टीमों के लिए AI कोपायलट और डिजिटल पहचान के लिए नए फ्रेमवर्क में तेजी से उभरते अवसरों की ओर इशारा किया।