
मेटा अपनी नई सुपर इंटेलिजेंस लैब के साथ अब बना सकती है क्लोज्ड AI मॉडल
क्या है खबर?
मेटा अब अपने ओपन सोर्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल की नीति में बदलाव पर विचार कर रही है और क्लोज्ड AI मॉडल बनाने की योजना बना रही है। क्लोज्ड मॉडल में तकनीक और कोड को गोपनीय रखा जाता है, जिससे केवल कंपनी के भीतर ही इसका इस्तेमाल होता है। यह मेटा की अब तक की नीति से बिल्कुल उलटा है, जहां कंपनी अपने AI मॉडल सार्वजनिक करती रही है, ताकि दूसरे डेवलपर्स उसका उपयोग कर सकें।
भूमिका
सुपरइंटेलिजेंस लैब में वांग की बड़ी भूमिका
इस बदलाव की योजना मेटा की नवगठित सुपरइंटेलिजेंस लैब में बनी है, जिसका नेतृत्व 28 वर्षीय एलेक्जेंडर वांग कर रहे हैं। वांग पहले स्केल AI के संस्थापक थे, जिसमें मेटा ने जून में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी ली। उनकी टीम में गिटहब के पूर्व CEO नैट फ्रीडमैन, स्केल AI के कई वरिष्ठ कर्मचारी और लगभग दर्जन भर नए शोधकर्ता शामिल हैं। यह पूरी टीम अब मार्क जुकरबर्ग के कार्यालय के पास अलग जगह से काम कर रही है।
काम
बेहेमोथ मॉडल पर काम रुका
मेटा के ओपन सोर्स मॉडल बेहेमोथ पर अब कोई नया परीक्षण नहीं हो रहा है। बताया जा रहा है कि वखराब आंतरिक प्रदर्शन के चलते इस पर काम रोक दिया गया है। सालों से मेटा ने ओपन सोर्स मॉडल्स को बढ़ावा दिया था, लेकिन अब बंद मॉडल अपनाने की योजना AI की दिशा में बड़ा मोड़ है। यह न केवल तकनीकी बदलाव है, बल्कि इससे मेटा की सोच और सार्वजनिक छवि भी प्रभावित हो सकती है।
चुनौतियां
कर्मचारियों में असमंजस और भविष्य की चुनौतियां
मंगलवार को वांग ने मेटा के लगभग 2,000 AI कर्मचारियों से बातचीत की, जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी छोटी टीम का काम गोपनीय रहेगा। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि AI मॉडल ओपन होंगे या क्लोज्ड। अगस्त में स्टॉक बिक्री की अनुमति मिलने पर कुछ कर्मचारियों के बाहर जाने की आशंका जताई जा रही है, खासकर वे जो सुपरइंटेलिजेंस टीम में नहीं चुने गए हैं। इससे मेटा को प्रतिभा बनाए रखने में चुनौती मिल सकती है।