जापान ने हवाओं के कारण टाली चांद मिशन की लॉन्चिंग, ये था उद्देश्य
जापान की अंतरिक्ष एजेंसी जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) ने सोमवार को चांद से जुड़े अपने एक मिशन की लॉन्चिंग को निरस्त कर दिया है। यह मिशन मित्सुबिशी हैवी इंडस्ट्रीज (MHI) के H-IIA लॉन्च वाहन या रॉकेट से लॉन्च किया जाना था। रिपोर्ट के मुताबिक, MHI ने X पर एक पोस्ट में कहा कि ऊपरी वायुमंडल में हवा की स्थिति ठीक न होने के कारण लॉन्चिंग रद्द की जा रही है।
खराब मौसम के कारण पहले ही 2 बार टाली गई लॉन्चिंग
MHI की लॉन्च यूनिट के प्रमुख तात्सुरू टोकुनागा ने कहा कि हवाओं ने लॉन्च को प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि लॉन्च की नई तारीख तय नहीं की गई है, लेकिन दोबारा ईंधन भरने जैसी प्रक्रियाओं के कारण यह गुरुवार से पहले नहीं होगी। MHI और JAXA ने कहा कि लॉन्चिंग 15 सितंबर तक हो सकती है। खराब मौसम के कारण इसकी लॉन्चिंग पिछले हफ्ते से 2 बार टाली जा चुकी है।
मिशन के तहत चांद पर 2 पेलोड ले जाता JAXA
रिपोर्ट के मुताबिक, H-IIA नंबर 47 रॉकेट को सोमवार को JAXA के तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाना था। इस मिशन के तहत H-IIA रॉकेट 2 पेलोड एक्स-रे इमेजिंग और स्पेक्ट्रोस्कोपी मिशन (XRISM) अंतरिक्ष यान और स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून (SLIM) को चांद पर ले जाने की तैयारी में था। जब भी इस मिशन को लॉन्च किया जाएगा, तब SLIM चांद पर उतरने वाला पहला जापानी अंतरिक्ष यान होगा।
XRISM और SLIM का उद्देश्य
JAXA के मुताबिक, XRISM का उद्देश्य ब्रह्मांड द्वारा रासायनिक तत्वों के उत्पादन की जानकारी प्राप्त करना है। इसके अलावा ब्रह्मांड निर्माण और विकास के बारे में जानकारी हासिल करना है। वर्ष 2018 में शुरू किया गया XRISM प्रोजेक्ट JAXA का सातवां एक्स-रे एस्ट्रॉनॉमी सैटेलाइट प्रोग्राम है। दूसरी तरफ SLIM लैंडर के जरिए जापान सटीक लैंडिंक क्षमता का प्रदर्शन करना चाहता है। इसे पहले से निर्धारित स्थान पर ही उतारा जाएगा। इसकी लैंडिंग लोकेशन में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
चंद्रयान-3 की तरह ही SLIM की चांद पर लैंड करने की थी योजना
JAXA सोमवार को लॉन्च के बाद जनवरी-फरवरी 2024 में SLIM की चांद पर लैंडिंग शुरू करने की योजना बना रही थी। इसका लक्ष्य इस महीने भारत के सफल चांद मिशन चंद्रयान-3 की सफलता का अनुसरण करना था। रॉकेट के साथ जाने वाला दूसरा पेलोड XRISM सैटेलाइट JAXA, नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की एक संयुक्त परियोजना है। इससे पहले जापान के टोक्यो स्थित स्टार्टअप आईस्पेस द्वारा अप्रैल में लॉन्च किया गया लैंडर हकुतो-R मिशन 1 फेल हो गया था।
H-IIA रहा है जापान का प्रमुख अंतरिक्ष यान
जापान के इस मिशन के लिए इस्तेमाल होने वाले रॉकेट H-IIA को JAXA और MHI ने संयुक्त रूप से विकसित किया है। वर्ष 2001 से 98 प्रतिशत सफलता दर के साथ यह जापान का प्रमुख अंतरिक्ष लॉन्चिंग यान रहा है। JAXA का नया मध्यम-लिफ्ट H3 रॉकेट मार्च में अपनी शुरुआत में ही विफल हो गया था। अक्टूबर, 2022 में जापान के छोटे रॉकेट एप्सिलॉन का लॉन्च भी विफल रहा था।