नासा के स्पेस सेंटर में अगले महीने शुरू होगा ISRO के अंतरिक्ष यात्रियों का प्रशिक्षण
क्या है खबर?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के 2 अंतरिक्ष यात्री अगस्त की शुरुआत में टेक्सास के ह्यूस्टन में नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर में अपना प्रशिक्षण शुरू करने वाले हैं।
इस मिशन के लिए चुने गए अंतरिक्ष यात्री गगनयान मिशन का हिस्सा हैं, जो मनुष्यों को अंतरिक्ष में भेजने का भारत का महत्वाकांक्षी मिशन है।
प्रशिक्षण का उद्देश्य वर्ष के अंत में अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के एक मिशन के लिए इनमें से एक अंतरिक्ष यात्री को तैयार करना है।
प्रशिक्षण
प्रशिक्षण में क्या होगा?
भारतीय वायु सेना के 4 प्रशिक्षित पायलटों में से चुने गए 2 अंतरिक्ष यात्री ISS मॉड्यूल और प्रोटोकॉल से खुद को परिचित करने के लिए कठोर प्रशिक्षण से गुजरेंगे। इसमें शारीरिक कंडीशनिंग, तकनीकी प्रशिक्षण और सिमुलेशन शामिल हैं।
इस प्रशिक्षण में सिमुलेशन, आपातकालीन तैयारी और स्पेस-X के क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान की प्रणालियों को समझना शामिल होगा, जिसका उपयोग मिशन के लिए किया जाएगा।
मिशन
क्यों खास होगा यह मिशन?
अंतरिक्ष यात्री स्पेस-X के फाल्कन 9 रॉकेट और क्रू ड्रैगन कैप्सूल पर सवार होकर ISS की यात्रा करेंगे।
यह मिशन भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि इसमें एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री ISS का दौरा करेगा।
भारत और अमेरिका भविष्य के लूनर गेटवे कार्यक्रम में भागीदारी के लिए अवसर तलाश रहे हैं। दोनों देशों की अंतरिक्ष एजेंसियां इन दिनों सिंथेटिक एपर्चर रडार के लॉन्च की तैयारी कर रही है।